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मोछ स्वास्थ्य केन्द्र में बिना पैसा नहीं बनता काम…एक साल से भटक रही गरीब महिला..अब तक नहीं बना जन्म प्रमाण पत्र

ग्रामीणों ने कहा कलेक्टर से करेंगे महिला कर्मचारी की शिकायत

बिलासपुर—जिला प्रशासन बैठक पर बैठक कर कर्मचारी और अधिकारियों को कार्यस्थल पर रहकर शासन की योजनाओं को गंभीरता लिये जाने का फरमान जारी कर रहा है। बावजूद इसके कर्मचारी और अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। खासकर मोछ स्थित स्वास्थ्य केन्द्र की हालत राम भरोसे है। अभिभावकगण बच्चों के पैदा होने के बाद पिछले दो साल से जन्म प्रमाण पत्र के लिए चक्कर काट रहे हैं। लेकिन कर्मचारी हैं कि मिलते ही नहीं। जिसके चलते ग्रामीणों में भयंकर आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले कर्मचारी के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत करेंगे।

तखतपुर ब्लाक स्थित स्वास्थ्य केन्द्र मोछ की कार्यप्रणाली से स्थानीय लोगों में भयंकर आक्रोश है। खासकर जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले प्रभारी के खिलाफ आमजन की नाराजगी कम होने का नाम नहीं ले रही है। पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो साल से अस्पताल में पैदा होने वाले किसी भी बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा है। स्वास्थ्य केन्द्र का चक्कर काटकर थक चुके हैं। महिला अधिकारी आजकल का हवाला देकर ना तो किसी का जन्म प्रमाण पत्र बना रही है। और ना ही फोन उठाती है। ग्रामीणों ने बताया कि सिर्फ पैसा देने वाले माता पिता के बच्चों का ही जन्म प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है।
 जोरापारा मोछ निवासी कांति धृतलहरे ने बताया कि एक साल पहले उसके बच्चे का जन्म स्वास्थ्य केन्द्र मोछ की निगरानी में हुआ। तत्कालीन समय बताया कि एक सप्ताह बाद बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र दिया जाएगा। एक साल बाद भी उन्हें बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है। इसके पहले वाले बच्चे का भी जन्म प्रमाण पत्र नहीं मिला है। जबकि जन्म से जुड़े सारे दस्तावेजों को पेश भी की है। बावजूद इसके जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाली महिला अधिकारी पिछले एक साल टाल मटोल कर रही है।  कांति ने बताया कि एक साल से जन्म प्रमाण पत्र के लिए स्वास्थ्य केन्द्र की चक्कर काट रही है। लेकिन महिला कर्मचारी ना तो स्वास्थ्य केन्द्र आती है और ना ही फोन पर जवाब देती है। स्वास्थ्य केन्द्र भी सप्ताह में गिने चुने दिन ही खुलता है।
 पीड़ित महिला कांति धृतलहरे ने बताया कि जन्म प्रमाण पत्र नहीं होने से उसके दोनों बच्चों का शाला में अपार आईडी और अन्य आवश्यक दस्तावेजो में सुधार नहीं हो रहा है। अब कलेक्टर जनदर्शन में गुहार लगाएगी। महिला कर्मचारी की शिकायत भी करेगी।
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