india

मंदिर से चोरी हुई बेशकीमती मूर्तियां बरामद, भक्तों ने लगाए जय श्रीराम के नारे

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में सांडी थाना क्षेत्र के बरौलिया गांव स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर से चोरी हुई अष्टधातु की बहुमूल्य मूर्तियों को पुलिस ने सफलतापूर्वक बरामद कर लिया है।

इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक लघु सिंचाई विभाग का ठेकेदार भी शामिल है

। चोरी की गई भगवान श्रीराम, माता सीता और अनुज लक्ष्मण की मूर्तियों को लेकर पूरे क्षेत्र में भारी आक्रोश था। मूर्तियां मिलने के बाद भक्तों ने मंदिर में श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना की और पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे भी लगाए।

बरौलिया गांव के ठाकुरद्वारा मंदिर में भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण की अष्टधातु की मूर्तियां स्थापित थीं, जिनमें हीरे भी जड़े हुए थे। इन मूर्तियों की इंटरनेशनल मार्केट में करोड़ों की कीमत आंकी जा रही थी, जिसे देखते हुए चोरों ने इस वारदात को अंजाम दिया। चोरी की खबर फैलते ही श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश देखने को मिला। मंदिर के भक्तों ने पुलिस से जल्द से जल्द मूर्तियां वापस लाने की मांग की।

हरदोई पुलिस ने इस सनसनीखेज चोरी का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें लघु सिंचाई विभाग का ठेकेदार शरद कुमार भी शामिल है, जिसने ठेकेदारी में हुए करोड़ों के घाटे के चलते भगवान की मूर्तियां चुराने की योजना बनाई थी। गरुड़ और शिवजीत नाम के दो अन्य आरोपियों ने शरद कुमार का साथ दिया और मिलकर इस चोरी को अंजाम दिया।

पुलिस की तेज कार्रवाई, चोर पकड़े गए
चोरी की वारदात के बाद पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन के नेतृत्व में कई टीमों का गठन किया गया, जिसमें फॉरेंसिक एक्सपर्ट भी शामिल थे। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद तीनों आरोपियों को धर दबोचा और भगवान की तीनों मूर्तियों के साथ-साथ 25 पीतल के घंटे और घटना में इस्तेमाल की गई दो मोटरसाइकिल भी बरामद की। पुलिस की इस सफलता के बाद भक्तों ने जय श्रीराम और पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाकर खुशी जाहिर की।

मंदिरों में हो चुकी हैं इससे पहले भी चोरियां
हरदोई में भगवान की मूर्तियों की चोरी की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कासिमपुर थाना क्षेत्र के गौसगंज स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर से वेंकटेश भगवान की अष्टधातु की मूर्ति चोरी हुई थी, जिसका अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। हालिया घटना का खुलासा होने के बाद भक्तों को उम्मीद जगी है कि पहले की चोरी गई मूर्तियों का भी जल्द ही पता लगाया जाएगा।

चोरी के पीछे तस्करी की साजिश?
हरदोई पुलिस का मानना है कि भगवान की मूर्तियों की चोरी के पीछे एक संगठित गिरोह काम कर रहा है, जो बहुमूल्य अष्टधातु और हीरे जड़ित मूर्तियों को इंटरनेशनल मार्केट में बेचने की फिराक में रहता है। इस मामले में पुलिस अब अन्य संदिग्धों पर भी नजर बनाए हुए है, ताकि इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।

भगवान की मूर्तियां वापस, भक्तों में खुशी की लहर
मूर्तियों के वापस आने के बाद भक्तों में अपार खुशी देखने को मिली। सांडी थाना क्षेत्र के मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लग गया और मंदिर में भव्य पूजा-अर्चना की गई। भक्तों ने कहा कि भगवान फिर से अपने स्थान पर लौट आए हैं, जिससे क्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है। पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी से यह मामला सुलझ गया, लेकिन मंदिरों की सुरक्षा को लेकर अब सवाल खड़े हो गए हैं।

Back to top button