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विधायक के बयान पर अध्यक्ष का पलटवार..बताएं..अरूण चौहान ने पार्टी क्यों छोड़ा…कोटा में निर्दलीय प्रत्याशी ने हराया..जिम्मेदारी कौन

विधायक ने नहीं दिया सहयोग..इसलिए मिली हार...

बिलासपुर—कोटा विधायक और जिला कांग्रेस अध्यक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सार्वजनिक रूप से चपरासी और कलेक्टर वाला बयान अब नए कलेवर में सामने आ रहा है। एक दिन पहले कोटा विधायक के खिलाफ जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने पीसीसी के दरबार में शिकायत दर्ज कराया था। तो कोटा विधायक ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष पर टिकट वितरण में धांधली का आरोप जड़ दिया। साथ ही पार्टी निष्कासन कार्रवाई का सख्त विरोध किया। चपरासी और कलेक्टर के बयान से साफ इंकार किया। अब विजय केशरवानी ने कोटा विधायक पर निशाना साधते हुए विवाद को नई दिशा दे दिया है।
    कोटा विधायक और जिला कांग्रेस अध्यक्ष का विवाद ने अब नया मोड़ आ गया है। कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि टिकट वितरण में गड़बड़ी के कारण ही कांग्रेस की हार हुई है। झूठी शिकायत पर कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाला जाना ठीक नहीं। मामले में अब ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। पीसीसी ने तीन सदस्यीय फाइंडिग फैक्ट कमेटी का  गठन कर पड़ताल का आदेश दिया है। सच और झूठ सामने आ जाएगा। किसी को अधिकार नही है कि संगठन को जेबी बनाकर रखे। विधायक के बयान को  विजय केशवानी ने ना केवल बेबुनियाद बताया..बल्कि कोटा विधायक पर संगठन को कमजोर करने का आरोप जड़ दिया है।
 विजय केशरवानी ने बताया कि कोटा विधायक ने संगठन को कमजोर किया है। बयान जारी करने से पहले सोचा होता कि कोटा विधायक रहने के दौरान ज़िला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान ने पार्टी क्यों छोड़ा। उन्हें भाजपा में जाने के लिए किसने मजबूर किया। विधायक की जिम्मेदारी है कि अपने निर्वाचन क्षेत्र को संभाले और संगठन को मदद करें। चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों ने तो अपनी तरफ़ से पार्टी को जिताने के लिए जमकर पसीना बहाया। लेकिन विधायक ने ही सहयोग नहीं किया। जिसके कारण कोटा विधान सभा के तीनों नगर पालिका और एक नगर पंचायत में कांग्रेस को करारी हार मिली है।
विजय केशरवानी ने बताया कि रतनपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद के कांग्रेस प्रत्याशी को  2000 वोट से हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस प्रत्याशी चौथे स्थान पर रहा। गौरेला नगर पालिका में भाजपा से 5600 वोट से हारकर कांग्रेस अध्यक्ष प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा। कोटा नगर पंचायत में  3300 वोट से हार मिली। पेंड्रा नगर पालिका में  कांग्रेस प्रत्याशी को निर्दलीय प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा है।
विजय केशरवानी ने बताया कि फाइंडिंग फैक्ट कमेटी के सामने सारे तथ्यों को रखा जाएगा। हार की वजह भी बताएंगे। निष्कासन के कारण भी बताएंगे।
https://youtu.be/4nRemEKX8ts?si=fijDen_0YEqgmVfe

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