CG NEWS:बिलासपुर में कौन बनेगा महापौर…? वार्डों का पूरा गणित देखकर बीजेपी – कांग्रेस नेताओं की बढ़ी धड़कन

CG NEWS:( गिरिजेय ) बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्डों में कहां – कितने वोट पड़े, यह टेबल सामने आ गया है । ये आंकड़े काफी दिलचस्प है और इसे देखकर बीजेपी – कांग्रेस दोनों तरफ नेताओं की धड़कनें बढ़ी हुई है। अलग-अलग वार्डों के वोट प्रतिशत में जिस तरह का उतार -चढ़ाव है, उससे अनुमान लगाना कठिन हो रहा है कि किस वार्ड से महापौर पद के किस उम्मीदवार को जीत हासिल हो सकती है। यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी की एल. पद्मजा विधानी और कांग्रेस के प्रमोद नायक के बीच है। दिलचस्प यह भी है कि बिलासपुर नगर निगम में औसत करीब 51 फ़ीसदी वोट पड़े हैं। जिनमें 11 वार्ड ऐसे हैं, जहां 60 फ़ीसदी से अधिक और 66 फीसदी तक मतदान हुए हैं। जिनमें ज्यादातर आउटर (ग्रामीण क्षेत्र के ) इलाके नजर आ रहे हैं। दूसरी तरफ मध्य शहर के इलाके में ऐसे वार्डों की संख्या भी है, जहां 50 फ़ीसदी से कम वोट पड़े हैं। 5 वार्ड ऐसे हैं, जहां 40 फ़ीसदी से भी कम वोट पड़े हैं। एक वार्ड में तो मतदान का आंकड़ा 30% तक भी नहीं पहुंच सका है।
बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्डों में कुल हुए मतदान का प्रतिशत सामने आ गया है। औसतन 51 फ़ीसदी मतदान हुआ है। जिसमें 11 वार्ड ऐसे हैं, जहां 60 फ़ीसदी से अधिक वोट डाले गए हैं। इन वार्डो में वार्ड नंबर 4- गोकुल नगर (अ.जा) 64 %,वार्ड नंबर 5 डॉ. खूबचंद बघेल नगर (अनारक्षित ) 60% ,वार्ड नंबर 9 यातायात नगर (अनारक्षित ) 64% ,वार्ड नंबर 19- कस्तूरबा नगर (अनारक्षित ) 60 %, वार्ड नंबर 20 भक्त कांवर रामनगर (महिला ) 63 % , वाढ नंबर 31 लाला लाजपत राय नगर (पिछड़ा वर्ग महिला ) 61 %,वार्ड नंबर 37 इंदिरा नगर (महिला) 61 %, वार्ड नंबर 41 विवेकानंद नगर (सामान्य) 63%, वार्ड नंबर 47 पं. राम गोपाल नगर (अन्य पिछड़ा वर्ग ) 65 %, वार्ड नंबर 49 बी आर यादव नगर (अ.जा) 66 %, और वार्ढ नंबर 64 महामाया नगर (अनारक्षित ) 66 % मतदान हुआ है।
बिलासपुर नगर निगम में 13 वार्ड ऐसे हैं, जहां 55% से अधिक वोट डाले गए हैं। जिनमें वार्ड नंबर 1 बजरंग नगर (अ.जा.) 56 %, वार्ड नंबर 6 यदुनंदन नगर (महिला ) 56 %, वार्ड नंबर 8 चित्रकांत जायसवाल नगर (अ.जा. महिला ) 59%,वार्ढ नंबर 10 गुरु गोबिंद सिंह नगर (अनारक्षित) 55%, वार्ड नंबर 18 तिलक नगर (ओबीसी महिला ) 55%,वार्ड नंबर 26 शहीद अशफ़ाकउल्ला नगर (महिला) 59% ,वार्ड लंबर 29 संजय गांधी नगर (अनारक्षित) 55% , वार्ड नंबर 30 पंडित मुन्नू लाल शुक्ला नगर (ओबीसी) 58% ,वार्ड नंबर 34 संत रविदास नगर (ओबीसी महिला) 56%, वार्ड नंबर 35 नागोराव शेष (अनारक्षित) 59% , वार्ड नंबर 42 शहीद चंद्रशेखर आजाद नगर (अनारक्षित ) 57% , वार्ड नंबर 46 गणेश नगर (अनारक्षित) 58% और वार्ड नंबर 68 रामकृष्ण परमहंस नगर (महिला ) 58% वोट पड़े हैं।
नगर निगम में 27 वार्ड ऐसे हैं, जहां पर 50% से कम मतदान हुआ है। जिनमें वार्ड नंबर 2 अब्दुल कलाम नगर (अ.जा.) 47%, वार्ड नंबर 13 पं. दीनदयाल मंगला नगर (ओबीसी ) 45%, वार्ड नंबर 14 मिनीमाता नगर (अ.जा.) 38% ,वार्ड नंबर 15 विकास नगर (ओबीसी) 40%, वार्ड नंबर 17 नेहरू नगर (ओबीसी) 47% ,वार्ड नंबर 21 गुरु घासीदास नगर (अ.जा.महिला) 45%, वार्ड नंबर 22 डॉ. भीमराव अंबेडकर नगर (ओबीसी) 47% ,वार्ड नंबर 23 मदर टैरेसा नगर (महिला) 48%, वार्ड नंबर 24 राजेंद्र नगर (अनारक्षित) 47%, वार्ड नंबर 25 क्रांति कुमार भारतीय नगर (अ.जा. महिला) 48%, वार्ड नंबर 27 विनोबा नगर (ओबीसी महिला) 39%, वार्ड नंबर 28 प्रियदर्शनी नगर (अनारक्षित) 44% ,वार्ड नंबर 38 तात्या टोपे नगर (ओबीसी महिला) 47%, वार्ड नंबर 39 शहीद भगत सिंह नगर (अनारक्षित) 48% ,वार्ड नंबर 44 शंकर नगर (अनारक्षित) 46%, वार्ड नंबर 45 शहीद हेमू कालानी नगर (ओबीसी) 41% ,वार्ड नंबर 50 बैरिस्टर छेदीलाल नगर (अनारक्षित) 41% ,वार्ड नंबर 51 राजकिशोर नगर (ओबीसी) 39% ,वार्ड नंबर 55 माता परमेश्वरी नगर (महिला) 45% ,वार्ड नंबर 57 अशोक नगर (महिला) 38% ,वार्ड नंबर 58 रानी दुर्गावती नगर (अनारक्षित) 49% ,वार्ड नंबर 59 शहीद मंगल पांडे नगर (अ.जा. महिला) 47%, वार्ड नंबर 63 अरविंद नगर (ओबीसी) 47% , वार्ड नंबर 66 पंडित शिव दुलारे मिश्रा नगर (अनारक्षित) 46%, वार्ड नंबर 67 विद्यासागर नगर (अ.जा.) 48%, वार्ड नंबर 69 बिलासा दाई केंवटिन नगर (ओबीसी) 28%,और वार्ड नंबर 70 त्रिपुर सुंदरी नगर (अनारक्षित ) 36% वोट पड़े हैं।
नगर निगम में 5 वार्ड ऐसे हैं ,जहां 40% से भी कम वोट पड़े हैं। जिनमें वार्ड नंबर 14 मिनीमाता नगर, वार्ड नंबर 27 विनोबा नगर, वार्ड नंबर 51 राजकिशोर नगर, वार्ड नंबर 57 अशोक नगर, वार्ड नंबर 69 बिलासा दाई केंवटिन नगर और वार्ड नंबर 70 त्रिपुर सुंदरी नगर शामिल है। वार्ड नंबर 69 बिलासा दाई केवटिन नगर अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित वार्ड है। यहां मतदान का आंकड़ा 30 फ़ीसदी तक भी नहीं पहुंच सका। इस वार्ड में 28.6 फ़ीसदी मतदान हुआ है।
इस तस्वीर को देखकर एक तरफ यह कहा जा सकता है कि बिलासपुर नगर निगम में 55 और 60 फीसदी से अधिक मतदान वाले 24 वार्डों में ज्यादातर वार्ड आउटर क्षेत्र के हैं। यानी जिन ग्रामीण क्षेत्रों को बिलासपुर नगर निगम में शामिल किया गया था। उन वार्डों में मतदाताओं ने मतदान को लेकर अधिक उत्साह दिखाया। सबसे अधिक मतदान का प्रतिशत वार्ड नंबर 49 बी आर यादव नगर में रहा। जहां 66.54% मतदाताओं ने वोट डाले। शहर के बीच के हिस्से में – पुराने शहरी इलाके में ज्यादातर वार्डों में 40 से 55 फ़ीसदी मतदान हुआ है। इसे देखकर कहा जा सकता है कि शहरी इलाके के लोगों ने मतदान में बहुत अधिक दिलचस्पी नहीं दिखाई।
मतदान प्रतिशत का आंकड़ा सामने रखकर चुनाव नतीजे का अनुमान लगाने वालों के साथ ही राजनीतिक दल के लोगों के सामने में भी ऐसी तस्वीर नजर आ रही है कि वे किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। अहम् सवाल यह है कि आउटर इलाके के मतदाताओं का रुझान किस ओर रहा है ? वही इस चुनाव में निर्णायक हो सकते हैं। जिस तरह के मुद्दे चुनाव के दौरान चर्चा में रहे हैं उसके हिसाब से जिन मतदाताओं ने वोटिंग में बढ़-कर कर हिस्सा लिया है उनकी प्राथमिकता क्या हो सकती है ? बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्ड पांच विधानसभा क्षेत्रों में फैले हैं। जिनमें से चार विधानसभा क्षेत्रों में बीजेपी के विधायक हैं। एक तरफ प्रदेश में सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में विकास को लेकर अपनी बात रखी है । बीजेपी की ओर से पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ( बिलासपुर ) सहित विधायक सुशांत शुक्ला ( बेलतरा), धरमलाल कौशिक( बिल्हा), धर्मजीत सिंह ( तखतपुर) और पूर्व मंत्री डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ( मस्तूरी) की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
प्रदेश की मौजूदा सरकार से जोड़ते हुए विकास के मुद्दे को लेकर मतदाताओं ने बीजेपी के वादों पर कितना भरोसा किया है, यह चुनाव नतीजे से साफ हो सकेगा। दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से भी विकास की बात कही गई है। दूसरी तरफ भाजपा उम्मीदवार की जाति का मुद्दा भी चुनाव के दौरान चर्चा में रहा है। इस मुद्दे का ग्रामीण और शहरी इलाके में कितना असर हुआ है ,इस पर भी लोगों की नजर लगी हुई है। यहीं पर चुनाव नतीजे का हिसाब- किताब अंकगणित से बीज गणित की ओर होते हुए रेखा गणित तक पहुंचकर उलझ रहा है। जिससे प्रमुख राजनीतिक दल और उनके नेताओं की उलझने भी बढ़ गई है। मतदान के दौरान राय शुमारी कर रहे टीवी चैनलों ने भी बिलासपुर नगर निगम महापौर चुनाव में कांटे का मुकाबला बताया है और नजदीकी लड़ाई की ओर इशारा किया है। जिससे यह सवाल और दिलचस्प हो गया है। जो 15 फरवरी को वोटो की गिनती के साथ ही हल हो सकेगा।