टूटी सड़कें.. टूटा भरोसा.. भंवरमाल के ग्रामीणों ने बताया…विकास नहीं मिल रहा धोखा

रामानुजगंज/रामचंद्रपुर (पृथ्वी लाल केशरी)…
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना यानि PMGSY के तहत बनी सड़कों की हालत छत्तीसगढ़ के ग्राम पंचायत भँवरमाल में इतनी खराब हो चुकी है कि अब ये विकास की राह नहीं, बल्कि हादसों का कारण बनती जा रही हैं। टूटी-फूटी सड़कों से होकर गुजरना ग्रामीणों के लिए एक दैनिक संकट बन गया है।
ताजा मामला तब सामने आया जब स्कूली बच्चों से भरी एक बस अचानक गड्ढे में फंस गई, । जिससे न केवल सड़क पर जाम की स्थिति बन गई,। बल्कि छात्र भी समय पर अपने स्कूल नहीं पहुंच सके। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जनता त्रस्त, जनप्रतिनिधि मौन
ग्रामीणों का आरोप है कि सड़कों के निर्माण में भारी घोटाले और भ्रष्टाचार हुए हैं। मामूली बारिश के बाद सड़कें उखड़ जाती हैं और मरम्मत की कोई व्यवस्था नहीं है।
ग्रामीणों के अनुसार हमने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। सड़क की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है।”ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि आंख मूंदे बैठे हैं,। उन्हें जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं।
छात्रों की पढ़ाई भी प्रभावित
सड़क खराब होने का सबसे बड़ा असर विद्यालय जाने वाले बच्चों पर पड़ रहा है। गड्ढों में फंसती गाड़ियाँ, फिसलते दोपहिया वाहन और पैदल चलने वालों के लिए कीचड़ और धूल – यह भँवरमाल की रोजमर्रा की हकीकत बन चुकी है।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा
सड़क की दुर्दशा से त्रस्त ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि
“हम जिन पर भरोसा कर वोट देते हैं, वही हमें बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर रहे हैं।”
ग्रामीणों ने सड़क की तत्काल मरम्मत और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। यदि जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो क्षेत्र में जन आंदोलन की धमकी दी है।
मुख्य बिंदु संक्षेप में:
- ग्राम भँवरमाल में PMGSY के तहत बनी सड़कें जर्जर
- स्कूली बस गड्ढे में फंसी, छात्र हुए परेशान
- निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप
- जनप्रतिनिधियों पर लापरवाही का आरोप
- ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश