रायपुर में दो बड़े ‘डिजिटल अरेस्ट’: बुजुर्ग महिला से 2.83 करोड़ और शिक्षक दंपति से 8.5 लाख की ठगी, व्हाट्सएप कॉल से दिया ‘दिल्ली पुलिस-ईडी’ का डर

Cg news।रायपुर में साइबर अपराधियों ने ठगी की दो सनसनीखेज वारदातों को अंजाम देकर पुलिस और आम लोगों को हैरान कर दिया है।
हाईटेक ठगों ने राजधानी की एक बुजुर्ग महिला और एक शिक्षक दंपत्ति को ‘डिजिटल अरेस्ट’ का डर दिखाकर करोड़ों की ठगी कर ली। दोनों ही मामलों में शातिर आरोपियों ने खुद को दिल्ली पुलिस और ईडी का अधिकारी बताते हुए वीडियो कॉल और धमकी भरे मैसेजों का सहारा लिया।
पहली वारदात रायपुर के विधानसभा रोड स्थित सफायर ग्रीन सोसाइटी की 63 वर्षीय महिला के साथ हुई, जिन्हें 21 मई 2025 को एक अनजान कॉल आया।
कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई कस्टमर केयर का कर्मचारी बताया और कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड पर बकाया राशि है, जिसे तुरंत भुगतान करना होगा। फिर अचानक कॉल कट गया और एक नए नंबर से व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया।
इस बार सामने वाला खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बता रहा था। महिला से उनकी संपत्ति, बैंक खातों और ज्वेलरी से जुड़ी डिटेल मांगी गई और कहा गया कि उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज हुआ है।
ठगों ने भरोसा दिलाया कि कुछ रकम आरटीजीएस से ट्रांसफर करनी होगी जो बाद में लौटा दी जाएगी। महिला उनके झांसे में आ गई और अलग-अलग खातों में 2 करोड़ 83 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
लेकिन जब पैसे वापस नहीं मिले तो उन्होंने ठगों से संपर्क किया। जवाब में व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला: “आपके साथ ठगी हो गई है।” पीड़िता ने तत्काल विधानसभा थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
दूसरी घटना में दावड़ा कॉलोनी निवासी 58 वर्षीय सरकारी स्कूल की शिक्षिका और उनके पति को ईडी अधिकारी बनकर शातिर ठगों ने शिकार बनाया। आरोपियों ने उन्हें दो दिन तक वीडियो कॉल पर ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा।
दंपत्ति को बताया गया कि नरेश गोयल की 536 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग जांच में उनका नाम भी शामिल है।
महिला के मोबाइल पर कॉल कर कहा गया कि मुंबई केनरा बैंक में उनके नाम से फर्जी खाता खुलवाया गया है जिसमें 200 करोड़ रुपये आए हैं और उन्हें 20 लाख का कमीशन मिला है।
डर के माहौल में दंपत्ति ने आरोपियों द्वारा बताए गए बैंक खाते में साढ़े 8 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। यह खाता बैंक ऑफ महाराष्ट्र, प्रयागराज में रमाशंकर नामक व्यक्ति के नाम से है।
जब पीड़ितों ने विरोध जताया, तो आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी और कहा कि रायपुर में उनके शूटर नजर रखे हुए हैं।
फिलहाल मामले में दोनों ही पीड़ितों ने सायबर सेल और संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज करा दी है। पुलिस जांच में जुट गई है और साइबर ठगों की तलाश जारी है।