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दल से बड़ा देश..नहीं पूछा क्यों हुई चूक..फिर पीओके लेने से पहले क्यों हुआ युद्ध विराम..सचिन पायलट ने पूछा…विदेश मंत्री को बताना होगा सच
दोनों मंत्रियों को किया जाए बर्खास्त..भेजें जेल..अध्यक्ष ने नहीं मांगी माफी

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बिलासपुर—भारत और पाकिस्तान को एक तराजू में तौला गया है। भारत सरकार को स्पष्ट करना होगा कि सीज फायर किसने और क्यों कराया। हमारे अन्दरूनी मामले में दखल देने वाला अमेरिका कौन होता है। हमारे लिए देश दल से बहुत ऊपर है।
हमे हमारे वीर जवानों की असीम शक्ति और सेना पर गर्व है। यह बातें जांजगीर में आयोजित संविधान बचाओ सभा के लिए रवाना होने से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता सचिव पायलट ने बिलासपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। हमारी मांग है कि हमारे लिए दल से पहले देश है। भारत सरकार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाकर सीज फायर पर उठ रहे सवालों का जवाब देना चाहिए। बात आतंकवाद की है..फिर अमेरिका ने कश्मीर को बीच में क्यों लाया। हम लोकतांत्रिक देश हैं। हमारी तुलना पाकिस्तान से किया जाना बर्दास्त के बाहर है।
एजेंसियों का हो रहा दुरूपयोग
सवाल जवाब से पहले सचिन पायलट ने कहा कि देश की सभी संवधानिक संस्थाओं का राजनैतिक दुरूपयोग किया जा रहा है। संविधान के साथ तोड़ मरोड़ किया जा रहा है। चुनाव से पहले भाजपा ने चार सौ पार का नारा दिया था। लेकिन सरकार को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। लगातार संस्थाओं का दुरूपयोग कर विपक्ष और देश को डराया धमकाया जा रहा है। संविधान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके खिलाफ कांग्रेस पार्टी लगातार अभियान चला रही है। जांजगीर में संविधान बचाओ सभा का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा हूं। हम लोग जनता को जागरुक करने का काम कर रहे हैं ।
वैसाखी पर केन्द्र सरकार
सचिन पायलट ने बताया कि केन्द्र की भाजपा सरकार को 240 सीट मिले है। अन्य दलों को मिलाकर सीट की संख्या 293 है। इंडिया गठबंधन को 234 सीट मिले हैं। दरअसल भाजपा सरकार दो बैशासियों के सहारे चल रही है। बावजूद इसके केन्द्र सरकार ने देश में दहशत का वातावरण तैयार किया है। जनता में भयंकर आक्रोश है। हमारी जिम्मेदारी है कि देश के संविधान को बचाएं..। जनता को केन्द्र सरकार की वास्तविकता से परिचय कराएं। दहशत फैलाने वालों को बेनकाब करें।
देश की जनता हमारी अमानत
22 अप्रैल के बाद देश का मिजाज बदला है। केन्द्र सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कांग्रेस ने समर्थन किया। लेकिन सीज फायर के बाद पार्टी के नेता काफी तल्ख हो गये है। सचिन फायलट ने बताया कि देश और जनता हम सबकी अमानत है। सीमा पर खड़े फौजी देश के गर्व प्रदान करते हैं। सीमाओ पर खड़े जवान हमारी सुरक्षा के लिए आन बान शान से मोर्चा लेते हैं। हमे अपनी सेना पर गर्व है। फौजी भाइयों के परिवार पर गर्व है। जो देश की सुरक्षा में अपने बच्चों को सीमा पर भेजते हैं। हमारे लिए सीमा पर गोली खा रहे हैं। हमें अपने जवानों के बलिदान और त्याग पर नाज है। कांग्रेस पार्टी ने पहलगाम घटना के बाद आंतकबाद के खिलाफ बिना किसी भेदभाव दलगत राजनीति के सरकार को समर्थन दिया है। हमने स्पष्ट किया है कि आतंक का जहर पाकिस्तान के मंसूबे को नाकामयाब किया जाए।
कश्मीर हमारा..पाकिस्तान को मजा चखना
पायलट ने बताया कि केंद्र सरकार ने पहलगाम घटना में चूक की बात को कबूल किया है।बावजूद इसके हमने एक बार भी चूक का कारण नहीं पूछा। सवाल नहीं किया कि आतंकवादी पहलगाम में कैसे पहुँच गए। हमने फैसला किया कि समय पाकिस्तान को मजा चखाना है। आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकना है। सरकार किसी दल की हो..लेकिन देश इन सबसे ऊपर है। हमारी अंदरूनी मामला कुछ भी हो सकता है। हम उसे बाद में देख लेंगे। इसलिए हमने आतंकवादियों के खिलाफ सरकार का सहयोग किया। 1994 में नरसिम्हा सरकार के समय प्रस्ताव पारित कर पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में मिलाने का संकल्प लिया है। समय आ गया था कि प्रस्ताव पर अमल करते हुए पीओके को देश में शामिल किया जाए। आतंकवादियों को कमर तोड़ दी जाए। लेकिन बीच में ही सीज फायर किया जाना समझ से परे है। इसलिए हमने सरकर से विशेष सत्र बुलाए जाने की बात कही है। लेकिन सरकार जवाबदेही से बच रही है। सरकार बताए कि आखिर सीजफायर क्यों किया गया। पाक अधिकृत कश्मीर को क्यों छोड़ा गया।
सचिन पायलट ने कहा कि अमेरिका ने बेवजह कश्मीर को मुद्दा बना दिया है। बात आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई की थी। लेकिन अमेरिका ने कश्मीर को मुद्दा बना दिया। ट्रम्प ने बयान दिया है कि हमने कश्मीर का मुद्दा सुलझा दिया है। समझने वाली बात है कि जब कश्मीर मुद्दा नही नहीं था तो उसे इसमें क्यों घसीटा गया। सरकार को सर्वदलीय बैठक बुलाकर स्पष्ट करना चाहिए।
कश्मीर को अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा का प्रयास
अमेरिका ने बेवजह कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय बनाने का प्रयास किया है। फिर ट्र्म्प का बयान है कि कश्मीर मुद्दे पर न्यूट्रल स्थान पर बातचीत करेंगे। सरकार को बताना होगा कि आखिर ट्र्म्प ने ऐसा क्यों कहा। जबकि मुद्दा कश्मीर नहीं आतंकवाद है । युद्धविराम के ठीक डेढ़ घंटा पहले अमेरिका ने सीज फायर का एलान क्यों किया। ऐसा पहली बार हुआ है कि अमेरिका ने युद्धविराम का फैसला किया। अमेरिका कौन होता है मामले में समझौता करवाने वाला। सरकार को बताना होगा कि क्या युूद्ध विराम चंद डॉलर या व्यापार के लिए किया गया है।
पायलट ने बताया कि आज भी ऑपरेशन सिन्दूर जारी है। आतंकवाद को जड़ से उखाड़ना है। कांग्रेस ने आतंकवाद का दंश झेला है। इंदिरा गांधी,राजीव गांधी,पंजाब के मुख्यमंत्री आतंकवाद का शिकार हुए है। कांग्रेस ने आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ा है।
कश्मीर हमारा आंतरिक मामला
क्या कश्मीर अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बना दिया गया। पायलट ने कहा कि यह संभव ही नहीं है। कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है। अमेरिका ऐसा कैसे सोंच सकता है। मामले में विदेश मंत्री को चिंता करनी चाहिए। विदेश मंत्री को बताना चाहिए कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान को एक ही तराजू पर कैसे रख सकता है। 20 साल से लगातार मेहनत कर भारत आज वैश्विक शक्ति बना है। देश में अमन शांति का वातावरण है। भारत शक्तिशाली देश है। और हमें एक आतंकवादी मुल्क के साथ एक पल्ले पर बैठा दिया गया…बहुत गंभीर बात है।
भारत की तुलना पाकिस्तान से दुखद
पायलट ने कहा कि जबकि सभी लोग जानते हैं कि पाकिस्तान में लोकतंत्र है ही नहीं । भारत विशाल लोकतांत्रिक देश है। भारत की तुलना पाकिस्तान से किया जाना दुखद है। विदेश मंत्री को स्पष्टीकरण देना होगा। पाकिस्तान में आइएसआइ और सेना का शासन है। भारत लोकतांत्रिक देश है। युद्धविराम की घोषणा किन शर्तों पर हुई है? किसने करवाया? सीजफायर के बाद भी गोलाबारी क्यो हो रही है। सरकार को बताना होगा। रअसल कश्मीर को लेकर देश में भ्रम की स्थिति फैलाने की कोशिश हो रही है। जबकि कश्मीर कोई मुद्दा ही नहीं है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नहीं मांगी माफी
एक सवाल पर सचिन ने कहा कि हमारी फौजी बहनो के खिलाफ मध्यप्रदेश के मंत्री का बयान शर्मनाक है। हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया है। देश की बेटियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर युद्ध के मैदान में देश का मान सम्मान बढ़ाया है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के नेता हमारी बहन बेटियों। के खिलाफ अनाप शनाप देकर हमारी राष्ट्रीय भावनाओं को कुचला है। ऐसे लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। दोनों मंत्रियों को।तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए। दुखद है कि अभी तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बेटियों से माफी नहीं मांगी है।
हमारे दल से बड़ा देश
ममता बनर्जी ने कहा कि हम डेलिगेशन में अपनी प्रतिनिधि नहीं भेजेंगे। सचिन पायलट ने जवाब दिया कि हमारे लिए देश बड़ा है… दल नहीं और देश दुनिया में भारत के लिए प्रतिनिधि करना गर्व की बात है। प्रतिनिधि मण्डल देश दुनिया में भारत का पक्ष रखेंगे और आतंक पोषित पाकिस्तान की सच्चाई सामने लाएंगे। हमको एक होकर काम करना है। पहलगाम मुंबई पुलवामा,संसद पर अटैक पाकिस्तान के आतंकवादियों ने किया है। इसकी जानकारी देंगे। पायलट ने कहा कि एफएटीएफ में पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट किया जाना चाहिए था। ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में ही पकड़ा गया था। दुनिया को बताना है।
पाकिस्तानी रच रहे साजिश
क्या पहलगाम एक राजनीतिक साजिस है…सवाल पायलट ने कहा कि पाकिस्तान में बैठे लोग साजिश ही करते हैं। दरअसल आतंकवादी धर्म और मजबह के नाम पर देश को अस्थिर करना चाहते हैं। लेकिन हम आंतकवादियों के मंसबों को सफल नहीं होने देंगे।फिर भी चिंता का विषय है..।
आतंकवाद से लोहा
मोदी का तिरस्म कैसे तोडेंगे? सचिन ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता बहुत मज़बूती के साथ अपना काम कर रहे हैं। जनता की सेवा कर रहे हैं.। दरअस समय आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का है…हमारी पार्टी और कार्यकर्ता लगातार जंग लड रहे हैं।
https://youtu.be/EU56zIZkenE?si=76OhgsRQ_lV4Z-dO