सतकली होंगी अध्यक्ष पद की कांग्रेस प्रत्याशी…स्मृति श्रीवास लड़ेंगी उपाध्यक्ष का चुनाव..? कांग्रेस उपाध्यक्ष ने दी इस्तीफा की धमकी
जिला पंचायत अध्यक्ष- चुनाव के दौरान कांग्रेस में विस्फोट की संभावना

बिलासपुर—प्रशासन ने पांच मार्च को जिला पंचायत अध्यक्ष,उपाध्यक्ष का चुनाव कराने का एलान किया है। आदेश जारी होने के बाद प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गयी है। इसके साथ ही भाजपा और कांग्रेस में भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद को लेकर जोड़तोड़ का खेल शुरू हो गया है। यद्यपि जिला पंचायत में भाजपा के सर्वाधिक सदस्य जीतकर आए हैं। लेकिन अल्पमत में होने के बाद भी कांग्रेस ने सतकली बावरे को मैदान में उतारने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि एक प्रत्याशी ने पांसा फेकते हुए संगठन से अनुशासनात्मक कार्रवाई से राहत दिये जाने के साथ ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष का पद मांगा है। अन्दर खाने की माने तो कांग्रेस संगठन ने भी हरी झण्डी दिखा दिया है।
बताते चलें कि प्रशासन ने त्रिस्तरीय पंचाय चुनाव के बाद परिणाम का एलान कर दिया है। प्रशासन ने अब आदेश जारी कर पांच मार्च को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव की तारीख का एलान भी कर दिया है। आदेश के अनुसार पांच मार्च को सभी 17 सदस्य मतदान कर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान करेंगे। प्रारम्भिक जानकारी के अनुसार भाजपा से राजेश सूर्यवंशी का नाम जिला पंचायत अद्यक्ष पद के लिए सबसे आगे चल रहा है। बताते चलें कि चुनाव में आठ से अधिक भाजपा समर्थित प्रत्याशियों को जीत मिली है।
इसी क्रम में कांग्रेस के अन्दर खाने से जानकारी मिल रही है किचुनाव में कांग्रेस ने प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। बताते चलें कि चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस और तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने रायपुर में आला नेताओं के साथ बैठक किया है। सातों ने क्षेत्र क्रमांक 13 की विजेता निर्दलीय प्रत्याशी सतकली बावरे के नाम पर अध्यक्ष पद का मुहर लगाया है। इस दौरान एक निर्दलीय प्रत्याशी ने एलान किया है कि वह बहुमत के लिए दो सदस्यों की व्यवस्था करने को तैयार है। लेकिन इसके पहले अनुशासनात्मक कार्रवाई से उसे छूट मिले। इसके अलावा जिला पंचायत का उपाध्यक्ष पद भी दिया जाए। अन्दरखाने पर विश्वास करें तो रायुपर में कांग्रेस के आला नेताओं ने शर्त को कबूल भी कर लिया है।
कहने का मतलब पांच मार्च को होने वाले अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव दिलचस्प होगा। कांग्रेस के पास चार अपने प्रत्याशियों समेत तीन निर्दलियों को मिलाकर कुल सात चेहरे हैं। जबकि भाजपा का दावा है कि उनके पास बहुमत है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस से उपाध्यक्ष पद का दावेदार दो चेहरों का इंतजाम किस तरह करता है।
तमाम अटकलों के बीच क्षेत्र क्रमांक 13 की कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी सुकृता खूंटे ने जिला और प्रदेश कांग्रेस को पत्र लिखकर नया संगठन के सामने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। पीसीसी को लिखे पत्र में सुकृता ने कहा है कि सतकली बावरे को कांग्रेस में प्रवेश नहीं दिया जाए। क्षेत्र क्रमांक 13 से सतकली ने अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा है। इसके चलते उसकी हार हुई है। बावजूद इसके उसे कांग्रेस में प्रवेश दिया जाता है तो समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ने को मजबूर होगी।
जानकारी देते चलें कि जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 13 से कांग्रेस ने सुकृता खूंटे को प्रत्याशी बनाया था। सुकृता खूंटे वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति कमेटी की उपाध्यक्ष हैं। इसके अलावा महिला ब्लाक कांग्रेस कमेटी मस्तूरी की पूर्व अध्यक्ष रह चुकी है। बहरहाल सतकली बावरे के कांग्रेस प्रवेश की कवायद के बीच सुकृता की इस्तीफा धमकी ने संगठन में खलीबली पैदा कर दिया है।
फिलहाल कांग्रेस पाले में सदस्यों का नाम