कमल की बात पर बोले मुख्यमंत्री — अब सोने की नहीं, भरोसे की चमक दिखेगी! जल्द बनाएंगे नई नीति…

रायपुर….राजधानी रायपुर में आयोजित विश्व मानक दिवस के अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आज एक अहम पल देखने को मिला, जब छत्तीसगढ़ सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सोनी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष सराफा उद्योग के हित में नई नीति बनाने की मांग रखी — और मुख्यमंत्री ने इस पर सकारात्मक मुहर लगा दी।
कमल सोनी ने मुख्यमंत्री से कहा कि सोने-चांदी की कीमतों में लगातार उछाल ने व्यापारियों और कारीगरों दोनों को गहरी चिंता में डाल दिया है। उन्होंने कहा, “मध्यप्रदेश और राजस्थान की तरह छत्तीसगढ़ में भी स्वर्णकला बोर्ड बने ताकि स्थानीय सुनारों और कलाकारों को संरक्षण मिल सके।
सोनी ने यह भी जोड़ा कि बीआईएस हॉलमार्क लागू होने के बाद व्यापार में पारदर्शिता बढ़ी है, लेकिन अब आवश्यकता है ऐसी नीति की जो “भरोसे और पारदर्शिता दोनों को स्थायी बनाए।”
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कमल सोनी की इस मांग को लोकहित से जुड़ा विषय बताते हुए कहा —सरकार सराफा उद्योग के हर पहलू पर गंभीर है। अब समय आ गया है कि हम ऐसी नीति बनाएं जो केवल चमक नहीं, भरोसा पैदा करे।
उन्होंने दुहराया कि सराफा उद्योग की परंपरा, कारीगरी और पारदर्शिता को एकीकृत करते हुए सरकार शीघ्र नई नीति पर निर्णय लेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि “सोना हमारे समाज की आस्था से जुड़ा धंधा है। इसलिए नीति ऐसी होगी जो व्यापारी और उपभोक्ता दोनों के लिए सुरक्षित और लाभदायक हो।”
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि “गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की असली पहचान है। उन्होंने बीआईएस केयर ऐप को उपभोक्ता सशक्तिकरण का मजबूत कदम बताया।
कार्यक्रम में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल, एनआईटी रायपुर के निदेशक एन. व्ही. रमन्ना राव,चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष सतीश थोरानी,कैट अध्यक्ष परमानंद जैन,और स्टील रिरोलर्स संघ के अध्यक्ष संजय त्रिपाठी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
कमल सोनी ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताते हुए कहा कि हम विश्वास के साथ व्यापार करना चाहते हैं, और आज मुख्यमंत्री ने हमें वही विश्वास दिया है। यह सराफा उद्योग के लिए स्वर्णिम शुरुआत है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को स्पष्ट रूप से संदेश दिया कि जब नीति भरोसे से बनेगी, तब चमक अपने आप लौट आएगी।