Big news

बिलासपुर से शुरू हुआ रेत खदानों का डिजिटल युग —अधिकारियों ने बताया.. अब नीलामी प्रक्रिया से होगा सौदा

बिलासपुर….रेत खदानों के आबंटन में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से बिलासपुर में ई-नीलामी प्रक्रिया के लिए इच्छुक बोलीदाताओं को विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभाभवन में आयोजित इस प्रशिक्षण में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

 ई-नीलामी प्रक्रिया का पूरा प्रशिक्षण

कार्यक्रम में प्रतिभागियों को एमएसटीसी पोर्टल पर पंजीयन, निविदा में भागीदारी, बोली लगाने की प्रक्रिया, तकनीकी पात्रता, लॉटरी और अधिमान्य बोलीदार चयन जैसी प्रक्रियाओं की चरणबद्ध जानकारी दी गई।
यह पूरी व्यवस्था छत्तीसगढ़ गौण खनिज साधारण रेत उत्खनन एवं व्यवसाय नियम 2025 के तहत संचालित की जा रही है, जिसमें खदानों का आबंटन पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा।

 अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ प्रशिक्षण

प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी डी. महेश बाबू, उप संचालक किशोर कुमार गोलघाटे,खनिज अधिकारी सीमा रथ, संचालनालय भौमिकी एवं खनिकर्म नवा रायपुर तथा एमएसटीसी लिमिटेड के अधिकारी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, जीपीएम, मुंगेली, सारंगढ़-बिलाईगढ़ और सक्ती जिलों के खनिज अधिकारी, निरीक्षक और बड़ी संख्या में इच्छुक बोलीदाता शामिल हुए।

 लक्ष्य — पारदर्शिता और जवाबदेही

अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अब रेत खदानों के आबंटन में कोई मानव हस्तक्षेप या अनुचित प्रभाव की गुंजाइश नहीं रहेगी। संपूर्ण प्रक्रिया डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ी होगी, जिससे खनन क्षेत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी।

 प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों ने कहा —ई-नीलामी से अब रेत कारोबार में पारदर्शिता आएगी, विवाद घटेंगे और राजस्व में बढ़ोतरी होगी।

Back to top button
close