रतनपुर में भ्रष्टाचार का साम्राज्य! कौन हैं नगर पालिका के वो 5 चेहरे ..जिन्होंने सिस्टम को बना दिया अपाहिज..? बड़ा खुलासा जल्द…

बिलासपुर.. नगर पालिका रतनपुर में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंध अब सड़ांध में बदल चुकी है। महीनों से लगातार खुलासों के बावजूद न तो शासन की नींद खुली है, न प्रशासन की कलम चली। लेकिन अब सवाल सीधा है — आखिर कौन हैं वो पांच चेहरे, जिनके इर्द-गिर्द यह पूरा भ्रष्टाचार का तंत्र घूम रहा है?
जानकारी के अनुसार इन पांचों ने नगर पालिका को अपने निजी कारोबार की तरह बांट रखा है। कोई फाइलों में खेल दिखाता है, कोई ठेकों में, कोई धन के लेन-देन में पुल का काम करता है तो कोई इन सब पर सत्ता का संरक्षण बरसाता है। इनके बीच सिर्फ काम का नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के धन का भी विभाजन तय है।
पालिका में बना समानांतर सिस्टम
रतनपुर में किसी भी व्यक्ति का सरकारी काम इन नामों से होकर ही गुजरता है। इनमें से दो तो ऐसे हैं जिनके बिना एक भी फाइल आगे नहीं बढ़ती। चढ़ावा चढ़ाए बिना कोई भी कार्य पूरा होना नामुमकिन है। पालिका के हर विकास कार्य पर अब इनका नियंत्रण है, और जो इनके इशारों पर नहीं चलता, उसे जांचों में फंसाकर या दबाव की राजनीति में कुचल दिया जाता है।
पालिका अब विकास का केंद्र नहीं, बल्कि कमीशनखोरी का अड्डा बन चुकी है। यह तंत्र इतना संगठित है कि ईमानदार कर्मचारी भी या तो किनारे कर दिए जाते हैं या अपमानित होकर बाहर का रास्ता चुन लेते हैं।
भ्रष्टाचार का ‘मास्टरमाइंड’ कौन?
रतनपुर के इस भ्रष्टाचार तंत्र का संचालन एक ऐसे व्यक्ति के हाथों में है जो कथरी ओढ़कर सरकारी मलाई खा रहा है। ऊपर से विनम्र, भीतर से योजनाबद्ध चालबाज — यही है इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड। बाकी चार उसके मोहरे हैं, जो नीचे से लेकर ऊपर तक रिश्वत की डोर को थामे हुए हैं और नगर पालिका को एक निजी ठेकेदार कंपनी में बदल चुके हैं।
जनता में गुस्सा, शासन में सन्नाटा
नगर के लोगों में इस भ्रष्टाचार को लेकर गहरा आक्रोश है।
पालिका अध्यक्ष, अधिकारी और इंजीनियर — सब पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि रतनपुर में अब कोई भी कार्य बिना कमीशन के संभव नहीं है। इसके बावजूद शासन-प्रशासन की चुप्पी जनता के विश्वास को तोड़ रही है।
रतनपुर का यह भ्रष्टाचार अब सिर्फ नगर का नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश का मुद्दा बन चुका है। जनता जानना चाहती है कि आखिर उसके टैक्स का पैसा किन पांच चेहरों की जेब में जा रहा है।
बहुत जल्द सीजीवॉल करेगा उन पांचों चेहरों का खुलासा,
जिन्होंने जनता के भरोसे को बेचा और नगर पालिका को लूट का अड्डा बनाया।