GPF Subscription – जीपीएफ गुमशुदा कटौत्रों के निराकरण के लिये विशेष शिविर…कर्मचारियों के हित में एक सार्थक पहल
तीनों कोषालयों में चलेगा जागरूकता और समाधान अभियान”

GPF Subscription -प्रधान महालेखाकार द्वितिय द्वारा भोपाल में सामान्य भविष्य निधि के गुमशुदा कटौत्रों से संबंधित समस्याओं के निराकरण और कर्मचारियों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से भोपाल के तीन प्रमुख कोषालयों- जिला कोषालय, विंध्याचल कोषालय एवं वल्लभ भवन कोषालय में 7 जुलाई से 11 जुलाई 2025 तक विशेष शिविर (कैंप) आयोजित किया जा रहा है।
GPF Subscription -यह शिविर विंध्याचल भवन तृतीय तल यूनएडीपी हॉल में निर्धारित किया गया है।
महालेखाकार दल द्वारा शिविर में अभिदाताओं के समक्ष चर्चा कर समस्या का समाधान किया जायेगा। अभिदाताओं को विसंगतियों के समाधान के लिये वांछित दस्तावेज लाना होगा। यह शिविर सभी आहरण एवं संवितरण अधिकारियों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से न केवल गुमशुदा जीपीएफ कटौत्रों की समस्याओं का समाधान होगा।
बल्कि भविष्य निधि से जुड़े अंतिम भुगतान प्रकरणों में बरती जाने वाली सावधानियों, आवश्यक प्रपत्रों, और पत्राचार की प्रक्रिया को लेकर भी मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा।
प्रशासन की ओर से प्रभावी तैयारी
GPF Subscription -वरिष्ठ कोषालय अधिकारी वल्लभ भवन श्री राजीव सिंह पवैया ने बताया कि सभी अधीनस्थ तीनों कोषालयों से समन्वय करते हुए प्रशासन ने नोडल अधिकारी की नियुक्ति, व्यापक प्रचार-प्रसार तथा सभी आहरण संवितरण अधिकारी को पंपलेट्स के माध्यम से जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। शिविर स्थल पर कम से कम 150 अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था, बिजली, पानी, लैपटॉप-प्रिंटर के लिए तकनीकी सुविधाएं और अन्य आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था की जायेगी।
कर्मचारियों के हित में एक सार्थक पहल
इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अधिक से अधिक कर्मचारी इस शिविर से लाभान्वित हों, जिससे उनके सामान्य भविष्य निधि खातों से जुड़ी समस्याओं का समय पर समाधान हो सके और भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों से बचा जा सके।
सामान्य भविष्य निधि अंशदाताओं को सही समय पर और सटीक जानकारी मिलना, उनके आर्थिक अधिकारों की सुरक्षा की दिशा में एक बड़ी पहल है, जिसे सफल बनाने के लिए हर स्तर पर सहयोग और सक्रियता की आवश्यकता है।
GPF Subscription -श्री पवैया ने सभी संबंधित आहरण एवं संवितरण अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि वे उक्त शिविर में अनिवार्य रूप से भाग लें, साथ ही अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भी इस संबंध में जागरूक करें।