Ashadha Amavasya 2025 – आषाढ़ अमावस्या का महासंयोग: 25 जून को बस कर लें ये 5 अचूक उपाय, घर में बरसेगा धन और पितरों का मिलेगा आशीर्वाद!
ज्योतिष शास्त्र में आषाढ़ अमावस्या पर करने वाले ऐसे खास उपायों के बारे में बताया गया है, जिनको करने से आपको देवी लक्ष्मी की कृपा मिल सकती है. अगर आप भी धन की देवी की कृपा पाना चाहते हैं, तो चलिए आपको बताते हैं कि आषाढ़ अमावस्या पर क्या उपाय करने चाहिए.

Ashadha Amavasya 2025 -हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है, लेकिन अमावस्या एक ऐसी तिथि है जो एक साथ दो बड़े अवसरों का द्वार खोलती है – पितरों की शांति और धन की देवी माँ लक्ष्मी की कृपा। इस साल आषाढ़ महीने की यह पुण्यदायी अमावस्या 25 जून को मनाई जाएगी।
Ashadha Amavasya 2025 -यह दिन सिर्फ पितरों को याद करने का नहीं, बल्कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह माँ लक्ष्मी को प्रसन्न कर घर में सुख-समृद्धि और धन-वैभव को आमंत्रित करने का भी एक सुनहरा अवसर है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके घर से धन की कमी हमेशा के लिए दूर हो जाए और पितरों का आशीर्वाद बना रहे, तो इस विशेष दिन पर ये 5 सरल लेकिन शक्तिशाली उपाय करना न भूलें।
1. ईशान कोण में जलाएं ‘समृद्धि का दीपक’
घर का ईशान कोण (उत्तर-पूर्व कोना) देवताओं का स्थान माना जाता है। आषाढ़ अमावस्या की शाम को यहाँ गाय के घी का एक दीपक जलाएं। माँ लक्ष्मी को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए इस दीपक में 7 लौंग डाल दें। मान्यता है कि यह छोटा सा उपाय घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और माँ लक्ष्मी की कृपा से धन के भंडार भर देता है।
2. कपूर, केसर और लौंग से करें धन को आकर्षित
यह उपाय देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने के लिए रामबाण माना जाता है। आषाढ़ अमावस्या के दिन एक कपूर के ऊपर थोड़ा सा केसर और कुछ लौंग रखकर जलाएं और इसका धुआं पूरे घर में दिखाएं। यह उपाय न केवल घर की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करता है, बल्कि धन लाभ के नए रास्ते भी खोलता है।
3. तुलसी माला से करें ‘दिव्य मंत्र’ का जाप
तुलसी को माँ लक्ष्मी का ही स्वरूप माना गया है। इस दिन सुबह स्नान के बाद तुलसी की माला से ‘गायत्री मंत्र’ का 108 बार जाप करें। यह उपाय न केवल आपको मानसिक शांति और एकाग्रता प्रदान करेगा, बल्कि इससे माँ लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं और साधक पर अपनी कृपा बरसाती हैं।Ashadha Amavasya 2025
4. पितरों की तृप्ति के लिए ‘एक लोटा जल’
पितरों के आशीर्वाद के बिना घर में सुख-शांति संभव नहीं है। अमावस्या के दिन सुबह पवित्र नदी में स्नान करें या नहाने के पानी में कुछ बूंदें गंगाजल की डालकर स्नान करें। इसके बाद अभिजीत मुहूर्त में दक्षिण दिशा की ओर मुख करके अपने पितरों को तिल और जल से तर्पण (जल अर्पित) करें। इससे पितर तृप्त होते हैं और पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
5. पीपल के पेड़ की पूजा से पाएं तिहरा लाभ
पीपल के वृक्ष में देवताओं और पितरों, दोनों का वास माना गया है। आषाढ़ अमावस्या के दिन एक लोटे में दूध, जल और थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पीपल की जड़ में अर्पित करें। इसके बाद श्रद्धापूर्वक पीपल की 108 बार परिक्रमा करें। यह एक उपाय पितृ दोष, ग्रह दोष और धन संबंधी समस्याओं को दूर करने में अत्यंत प्रभावी है।
(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. cgwall इसकी पुष्टि नहीं करता है.)