बिलासपुर की सेहत ICU में,..”शर्मनाक 31 वीं रैंकिंग पर केंद्रीय मंत्री का प्रहार—’अब दवा नहीं, ऑपरेशन'”.. हटाए जाएँगे कई अंगद

बिलासपुर…केंद्रीय आवासन मंत्री तोखन साहू ने बिलासपुर की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुल 33 जिलों में बिलासपुर का स्वास्थ्य महकमा 31वें स्थान पर है, जो न्यायधानी के लिए शर्मसार करने वाली स्थिति है। मंत्री साहू ने साफ कहा कि बिलासपुर स्वास्थ्य विभाग की “सर्जरी” बहुत जरूरी है। तभी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सही तरीके से संचालित किया जा सकेगा।
मंत्री साहू ने बताया कि हाल ही में हुई दिशा की बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया था कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। इसके बावजूद, बिलासपुर की रैंकिंग इस योजना में शर्मसार करने वाली है। उन्होंने बताया कि कमोबेश सभी योजनाओं की हालत बिलासपुर स्वास्थ्य महकमे में दम तोड़ती नजर आ रही है। योजनाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है। इस पर तत्काल सुधार की जरूरत है।
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य संबंधी प्रदेश और केंद्र की सभी योजनाओं की हालत बिलासपुर में बेहद खराब है। मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से चर्चा करेंगे। इसके अलावा, बिलासपुर स्वास्थ्य महकमा सभी मानकों पर फिसड्डी क्यों है, इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भी बात करेंगे।
उन्होंने यह भी चेतावनी देते हुए कहा कि जरूरत पड़ी तो लंबे समय से जमे हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों को भी हटाने का अनुरोध मंत्री और मुख्यमंत्री से करेंगे। जिला अस्पताल में पैसे लेकर इलाज करने की शिकायत पर उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अगर ऐसी कोई भी शिकायत प्रमाणित हुई, तो दोषी कर्मचारी या अधिकारी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
मंत्री साहू ने स्पष्ट किया कि बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार जनता के प्रति संकल्पित है। न्यायधानी की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।
तोखन साहू ने एक अन्य सवाल पर जवाब दिया की उन्हें भी जानकारी मिली है कि जिला अस्पताल के कुछ कर्मचारी मरीजों के साथ व्यवहार अच्छा नहीं रखते हैं।शिकायत पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है मामले में ठोस कदम उठाया जाएगा।