BilaspurChhattisgarh

पुलिस वाले ने अपनी जमीन उड़ाया..फिर पुलिस की 6 एकड़ से ज्यादा जमीन पर बैठा दिया..बोले पुलिस कप्तान..पता लगाएंगे

पुलिस वाले ने किया विभाग की जमीन पर कब्जा..बदल दिया महाल नम्बर

बिलासपुर— सुनकर अजीब लगेगा लेकिन सच है। पुलिस विभाग का एक कर्मचारी..अपनी पीछे की जमीन को उड़ाकर..सड़क से लगी पुलिस की सरकारी जमीन में बैठा दिया है। मामला सकरी तहसील का है। जानकारी के बाद पुलिस कप्तान ने अपनी जमीन खोजने का आदेश दिया है। एक पत्र तखतपुर एसडीएम को भी लिखा है। बहरहाल चर्चा का विषय है कि आखिर वह पुलिस वाला कौन है..जिसने अपनी जमीन उड़ाकर ना केवल पुलिस की सरकारी कीमती जमीन पर बैठा दिया है। बल्कि महाल नम्बर भी बदल दिया है।   

 बिलासपुर  में जमीन उड़ने और उड़ाने का सिलसिला काफी पुराना है। जब तब भाजपा के दिग्गज नेता नगर विधायक अमर अग्रवाल ने अपने भाषणों में जमीन उड़ने और उड़ाने वालों को आड़े हाथ लिया है। यद्यपि जमीन उड़ने और उड़ाने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन ने जब तब बड़ी कार्रवाई को लगातार अंजाम दिया है। इन्ही कार्रवाई के बीच सकरी तहसील में एक बार फिर जमीन उड़ाने और सरकारी जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आ गया है। जानकारी के बाद जिला पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने भी राजस्व महकमे से पत्र व्यवहार शुरू कर दिया है।

पुलिस वाले ने किया कब्जा

     मामला सकरी तहसील स्थित सैदा सकरी मार्ग के बीच स्थित पुलिस की सरकारी जमीन खसरा नम्बर 111/1 का है। बताया जा रहा है कि राजस्व रिकार्ड में खसरा की करीब सात एकड़ जमीन पुलिस के नाम पर दर्ज है। यह जमीन सडक किनारे होने के कारण बेशकीमती है। साथ ही यह निगम क्षेत्र में आता है। लेकिन पुलिस को जानकारी नहीं होने के कारण बेश कीमती जमीन के बहुत बड़े हिस्से पर किसी ने कब्जा कर लिया है। बताया जा रहा है कि कब्जे करने वाला कोई और नहीं..बल्कि विभाग का ही कर्मचारी है।

जोड़तोड़ कर उडाई गयी जमीन

      राजस्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस जमीन से लगा निजी खसरा नम्बर 19/8 है। यह खसरा सैदा गांव और महाल में आता है। जबकि पुलिस की सरकारी जमीन सकरी निगम क्षेत्र का हिस्सा है। निजी खसरा का मालिक कोई गोपाल दुबे है। बताया जा रहा है कि गोपाल दुबे पुलिस विभाग का कर्मचारी भी है। जमीन मालिक ने राजस्व महकमे से जोड़तोड़ अपनी निजी जमीन को उड़ाकर सड़क किनारे स्थित पुलिस की जमीन में बैठा दिया है। मजेदार बात है कि इसकी जानकारी अभी तक पुलिस को नहीं है। जबकि पुलिस महकमा पुलिस कर्मचारी बच्चों के लिए एक स्कूल बनाने को लेकर जमीन की तलाश भी कर रहा है। इस बात की जानकारी सकरी तहसील प्रशासन को भी है। बावजूद इसके सब जानते हुए भी महमका चुप है।

विभागीय कर्मचारियों के बच्चों को स्कूल

बहरहाल मामले की जानकारी के बाद पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने कहा कि हमें विभागीय कर्मचारी के बच्चों के लिए एक अच्छा स्कूल खोलना है। अत्याधुनिक स्कूल के लिए हमें लम्बे समय से जमीन की तलाश है। हमें खुशी है कि कि हमारे पास जमीन है। हम इसका पता लगाएंगे और जमीन को अपने कब्जे में करेंगे।

बदल दिया गांव और महाल

बताते चलें  कि तथाकथित दबंग पुलिस वाले ने जमीन उड़ाकर ना केवल अपनी जमीन को सैदा से सकरी निगम क्षेत्र में लाया। बल्कि पुलिस की जमीन का महान और लोकेशन भी बदल दिया। मतलब पुलिस की करीब सात एकड़ जमीन सैदा गांव में धकेल दिया। सुनने में आ रहा है कि पुलिस वाला अब जमीन की प्लाटिंग कर बेचने की तैयारी भी कर रहा है।

हम हासिल करेंगे अपनी जमीन

मामले में पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि हमें राजस्व विभाग से कुछ रिकार्ड मिले हैं। रिकार्ड के अनुसार सकरी निगम क्षेत्र स्थित खसरा नम्बर 111/1 की जमीन पुलिस प्रशासन की है। हमने एसडीएम को पत्र लिखा है। जमीन तलाशने में पुलिस को सहयोग देने को कहा है। जमीन मिलने पर हम उसका उचित विभागीय उपयोग करेंगे।

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