पुलिस की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई…करोड़ों की काली कमाई फ्रीज.. हिल गई नशे के सौदागरों की जड़

बिलासपुर…नशे के कारोबारियों पर लगाम कसते हुए बिलासपुर पुलिस ने एक और ऐतिहासिक कार्रवाई की है। एनडीपीएस एक्ट की धारा 68-एफ के तहत पुलिस ने आरोपियों की अवैध संपत्तियों को चिन्हित कर फ्रीज किया है। यह कार्रवाई न केवल नशे के खिलाफ जंग में पुलिस की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि अपराधियों के हौसले तोड़ने का भी ठोस संदेश देती है।
पुलिस की कार्रवाई में कांति पांडे, निवासी चोरभट्ठी खुर्द, थाना सकरी की संपत्तियाँ फ्रीज की गई हैं। कांति पांडे पर एनडीपीएस एक्ट के तीन प्रकरण दर्ज हैं। अवैध कारोबार से कमाई रकम से उसने चोरभट्ठी खुर्द में लगभग ₹15 लाख का मकान और चोरभट्ठी कला में करीब ₹21 लाख की जमीन खरीदी थी। दोनों संपत्तियाँ अब फ्रीज कर दी गई हैं।
इसी तरह, ओडिशा निवासी दीपक गंडा के खिलाफ थाना सकरी में धारा 20(बी), 29 एनडीपीएस एक्ट दर्ज है। दीपक गंडा के पास से पूर्व में गांजा बिक्री की 2.50 लाख नकदी जब्त की गई थी। पुलिस ने उसकी संपत्तियों को भी चिन्हित कर कार्यवाही की है।
सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि पुलिस ने सिर्फ 50 दिनों के भीतर ही सम्पत्तियों की पहचान कर उन्हें फ्रीज कर दिया। फ्रीज की गई संपत्तियों की कुल अनुमानित बाजार कीमत करीब 38.50 लाख है। सम्पूर्ण कार्रवाई पूरी होने के बाद यह मामला माननीय सफीमा न्यायालय, मुंबई को भेजा गया है।
अब तक बिलासपुर पुलिस ने नशे के खिलाफ अभियान में 7 प्रकरणों में 19 आरोपियों की अवैध संपत्तियाँ फ्रीज की हैं, जिनकी कुल कीमत लगभग 7.40 करोड़ आँकी गई है।
इस ऐतिहासिक कार्रवाई में उप निरीक्षक सुरेंद्र तिवारी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उनके उत्कृष्ट योगदान पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने उन्हें नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।