बिस्तर पर बस करवटें बदलते हैं? अपनाएं यह जादुई ‘4-7-8’ रूल, मिनटों में आएगी गहरी नींद

दिल्ली: देर रात तक मोबाइल चलाना, स्क्रीन पर काम करना या दिनभर का तनाव… वजह चाहे जो भी हो, आज लाखों लोग नींद न आने की समस्या से परेशान हैं।
नींद का पैटर्न इस कदर बिगड़ चुका है कि बिस्तर पर जाने के बाद भी दिमाग शांत नहीं होता और घंटों तक बस करवटें बदलते रहते हैं। इसका असर अगले पूरे दिन पर पड़ता है – चिड़चिड़ापन, थकान और काम में मन न लगना।
हम सब जानते हैं कि नींद और सेहत का गहरा नाता है। लंबे समय तक खराब स्लीपिंग पैटर्न से मोटापा, डायबिटीज, दिल की बीमारियां और कमजोर इम्यूनिटी जैसी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
आपने अच्छी नींद के लिए कई टिप्स सुने होंगे, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे वैज्ञानिक नियम के बारे में बता रहे हैं जो आपको चुटकियों में गहरी नींद लाने में मदद कर सकता है।
क्या है यह जादुई ‘4-7-8’ रूल?
यह कोई दवाई या मुश्किल एक्सरसाइज नहीं, बल्कि सांस लेने की एक बेहद आसान और प्रभावी तकनीक है। इसे मशहूर डॉक्टर एंड्रयू Weil ने प्राचीन भारतीय योग ‘प्राणायाम’ से प्रेरित होकर विकसित किया है। यह तकनीक आपके नर्वस सिस्टम को शांत करती है और शरीर को सोने के लिए तैयार करती है।
कैसे करें ‘4-7-8’ ब्रीदिंग तकनीक?
इसे करने का तरीका बेहद सरल है। बस आराम से बैठ जाएं या लेट जाएं और इन तीन स्टेप्स को फॉलो करें:
स्टेप 1: 4 सेकंड तक सांस भरें
अपनी जीभ की नोक को अपने ऊपरी दांतों के ठीक पीछे रखें और अपने मन में 4 तक गिनते हुए नाक से धीरे-धीरे सांस अंदर भरें।
स्टेप 2: 7 सेकंड तक सांस रोकें
अब अपनी सांस को अंदर ही रोककर रखें और मन में 7 तक गिनें। यह आपके फेफड़ों को ऑक्सीजन से भरने में मदद करता है।
स्टेप 3: 8 सेकंड तक सांस छोड़ें
अब अपने होठों को थोड़ा सिकोड़ें और मुंह से ‘व्हूश’ (whoosh) की आवाज निकालते हुए 8 सेकंड तक धीरे-धीरे पूरी सांस बाहर छोड़ें।
इस पूरी प्रक्रिया को एक साइकिल कहते हैं। शुरुआत में इसे 4 से 5 बार दोहराएं।
यह तकनीक काम कैसे करती है?
4-7-8 ब्रीदिंग तकनीक आपके शरीर को “फाइट या फ्लाइट” (तनाव) मोड से निकालकर “रेस्ट एंड डाइजेस्ट” (आराम) मोड में ले जाती है। लयबद्ध तरीके से गहरी सांस लेने से:
तनाव और चिंता का स्तर घटता है।हृदय गति धीमी होती है।शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है।दिमाग को शांत होने का सिग्नल मिलता है।