शिक्षा मिशन में अनुशासन की बजी घंटी…,कलेक्टर ने 6 को किया बर्खास्त.. जिले में हड़कंप

जशपुर ..सरकारी नौकरी है, कुछ नहीं होगा”— शायद यही सोच रहे थे समग्र शिक्षा विभाग के वे संविदा कर्मचारी जो महीनों से बिना सूचना गायब थे। जशपुर कलेक्टर रोहित व्यास ने इस लापरवाही को हल्के में नहीं लिया। उन्होंने लगातार अनुपस्थित चल रहे 6 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त करने का सख्त आदेश जारी कर दिया है।
लिस्ट में शामिल नाम और पद:
बर्खास्त कर्मचारियों का नाम का पुष्पा टोप्पो – मोबाइल स्त्रोत सह लेखापाल,ज्योति साहू – बीआरपी, समावेशी शिक्षा,मेघा दुबे–बीआरपी, समावेशी शिक्षा,नवीन कुमार पटेल–सूचना प्रबंध समन्वयक,सविता बाई – भृत्य नंदकिशोर चाहौन – भृत्य hai5lइन सभी को अब समग्र शिक्षा मिशन के पेरोल से बाहर कर दिया गया है।
कलेक्टर ने दिखाई प्रशासनिक दृढ़ता
इन कर्मचारियों को पहले कई बार लिखित रूप से सूचना भेजी गई, लेकिन किसी ने न तो जवाब दिया और न ही ड्यूटी पर लौटने की ज़हमत उठाई। आखिरी बार इन्हें रजिस्टर्ड डाक के जरिए अंतिम चेतावनी दी गई, जिसमें एक सप्ताह में उपस्थित होने का निर्देश था। मगर सभी ने चुप्पी साधे रखी।
नियमों की अवहेलना, नौकरी गई हाथ से
इनकी गैरहाज़िरी छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम 1965 के नियम 03 और अवकाश नियम 2010 के नियम 11 का सीधा उल्लंघन है। नियमानुसार, यदि कोई कर्मचारी तीन वर्ष या अधिक समय तक अनुपस्थित रहता है, तो उसे “स्वेच्छा से सेवा त्यागने वाला” माना जाता है।