Chhattisgarh

CG Local Body Election: पहली बार कांग्रेस इतनी कमजोर..निगम में नेता प्रतिपक्ष भी नहीं बना पाएगी

CG Local Body Election:रायपुर। नगर निगम चुनाव में 15 वर्ष बाद भारतीय जनता पार्टी ने रायपुर में रिकॉर्ड जीत प्राप्त कर ली। ऐसा पहली बार हुआ है जब कांग्रेस से केवल सात और तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की।

इस अप्रत्याशीत चुनाव परिणाम से भारतीय जनता पार्टी के साथ ही कांग्रेस भी हैरान है।

CG Local Body Election: निगम चुनाव से पहले टिकट बंटवारे को लेकर दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों में असंतोष का माहौल था। चुनाव के दौरान प्रचार में यह दिखा भी ।

इन सब स्थितियों के चलते कांग्रेस इस बार निगम चुनाव में विपक्ष की भूमिका के लिए मानसिक रूप से भी तैयार हो चुकी थी ।

CG Local Body Election: अभी जो नतीजा है उसमें स्थिति यह है कि अब कांग्रेस अपना नेता प्रतिपक्ष तक नहीं बन पाएगी। विधानमंडल को छोड़ निगम एक्ट में नेता प्रतिपक्ष के पद का वैसे तो कोई प्रावधान नहीं है। सामान्य सभा में व्यवस्था के अनुरूप विपक्षी पार्षद दल अपनी नेता, उप नेता, प्रवक्ता और सचेतक का पद सृजित करता है।

CG Local Body Election: अभी जो चुनाव नतीजे आए हैं, उसके चलते 70 वार्ड वाले नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष के लिए 10 फ़ीसदी से अधिक पार्षदों का कोरम भी कांग्रेस पूरा नहीं कर पाई । अभी कांग्रेस के पार्षदों की संख्या केवल सात होने के कारण नगर निगम की सामान्य सभा में अनेक मुद्दों पर विरोध जताने लायक संख्या नहीं रह गई।

निर्दलीय में जो पार्षद जीते हैं उनमें एकमात्र कांग्रेस के पूर्व एम आई सी मेंबर आकाश तिवारी है परिसीमन में कुछ कुछ बूथ पंडितरवि शंकर शुक्ला वार्ड में आने के कारण आकाश की टिकट काटकर संगठन ने पूर्व पार्षद कामरान अंसारी को उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में कांग्रेस की जो दुर्गति हुई उसके बाद श्री तिवारी कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं इसे लेकर भी असमंजस है।

अगर तिवारी कांग्रेस से जुड़ते हैं । तभी परिषद में नेता प्रतिपक्ष का कोरम पूरा हो पाएगा। कांग्रेस के विजयी पार्षदों में एक पूर्व जोंन अध्यक्ष मनीराम साहू ने भी पुरानी वार्ड से चुनाव जीता है। नगर निगम में साल 2004-5 की चुनाव में कांग्रेस से 20 पार्षद निर्वाचित हुए थे ।उसे समय महापौर भाजपा से सुनील सोनी थे।

इस दौरान निर्दलीय पार्षदों की संख्या 10 थी। उस समय की सामान्य सभा में निगम के नेता प्रतिपक्ष पार्षद कुलदीप जुनेजा और प्रवक्ता प्रमोद दुबे हुआ करते थे। वार्ड और शहर से जुड़े मुद्दों पर कांग्रेस को विरोध प्रदर्शन के लिए निर्दलीय का सहारा लेना पड़ता था। लेकिन अब तो स्थिति और भी बदतर हो गई है।

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