CG Cabinet Expansion: नए मंत्रियों की रेस में शामिल विधायक पहुंचे CM हाउस

CG Cabinet Expansion:छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में सरगरमी तेज हो गई है. प्रदेश को 19 अगस्त की सुबह 3 नए मंत्री मिल सकते हैं. कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट के बीच जिन विधायकों के नाम रेस में आगे चल रहे हैं वह CM विष्णु देव साय से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंचने लगे हैं. रात करीब 8.30 बजे अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल और महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े मुख्यमंत्री साय से मिलने के लिए पहुंचे. इसके अलावा आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब भी मौके पर हैं.बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल भी मुख्यमंत्री निवास पहुँचने थे।
CG Cabinet Expansion:फ़िलवक्त नामों को लेकर भाजपा खेमे में उथल-पुथल बनी हुई, लेकिन अब तीन नेताओं के नाम पर सहमति बनती नजर आ रही है। इनमें दुर्ग विधायक गजेंद्र यादव, अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल और आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है।
CG Cabinet Expansion:राजनीतिक गलियारों में गजेंद्र यादव के नाम को लेकर कोई संशय नहीं है। आरएसएस से जुड़ाव रखने वाले यादव, संगठन और समाज दोनों में मजबूत पकड़ रखते हैं। यादव समाज की बड़ी आबादी को देखते हुए भाजपा उन्हें मंत्रिमंडल में जगह देकर बड़ा सामाजिक और राजनीतिक संदेश देना चाहती है।
दूसरी ओर सरगुजा संभाग से अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल का नाम भी चर्चा में है। अग्रवाल ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज और पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव को हराकर सियासत में बड़ा उलटफेर किया था।
भाजपा उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर न सिर्फ सिंहदेव की पकड़ कमजोर करना चाहती है बल्कि वैश्य समाज को भी साधने की रणनीति अपना रही है, क्योंकि बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद से इस समाज का प्रतिनिधित्व सरकार में नहीं है।
सबसे दिलचस्प नाम आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब का है। सतनामी समाज के प्रभावशाली गुरु बालदास के बेटे खुशवंत ने 2023 के चुनाव में पूर्व मंत्री शिव डहरिया को हराया था। भाजपा की रणनीति है कि उन्हें मंत्री बनाकर अनुसूचित जाति समाज में अपनी पकड़ मजबूत की जाए। सूत्र बताते हैं कि गुरु बालदास ने भी भाजपा हाईकमान से बेटे को मंत्री बनाने के लिए लगातार पैरवी की है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री निवास में राजेश अग्रवाल और गुरु खुशवंत साहेब से मुलाकात कर वन-टू-वन चर्चा भी की। मुलाकात के बाद दोनों विधायक मुस्कुराते हुए बाहर निकले, जिससे अटकलें और तेज हो गईं।
हरियाणा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी 90 विधायकों के अनुपात में 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं। यही कारण है कि साय कैबिनेट में तीन नए चेहरों को शामिल करने की कवायद अब लगभग तय हो गई है।