स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में नाबालिक बच्ची की हत्या…कप्तान ने किया खुलासा…3 घंटे में आरोपी नाबालिक गिरफ्तार..
नाबालिक बच्ची का हत्यारा गिरफ्तार

बिलासपुर… स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में नाबालिक बालिका की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने चंद घंटों मे सुलझा लिया है.। पुलिस कप्तान राजनेश सिंह ने खुलासा किया कि पुलिस टीम ने घटना के मात्र 3 घण्टे के भीतर हत्या के आरोपी नाबालिक बालक को हिरासत में लिया है..मामले मे अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
नाबालिक की हत्या और जांच
पुलिस कप्तान ने बताया कि थाना सरकंडा प्रभारी नीलेश पांडेय को करीब 10 बजे जानकारी मिली कि स्वर्णिम ईरा कॉलोनी सरकडा मे एक नाबालिक बालिका उम्र करीब 05 वर्ष 24 फरवरी की शाम करीब 7 बजे घर से गायब हो गयी है। गायब नाबालिक बच्ची का शव आज स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में निर्माणाधीन मकान क्रमांक 80 में मिला है।
सूचना प्राप्त होते ही निरीक्षक निलेश पाण्डेय ने तत्काल अवगत कराया। रजनेश सिंह ने बताया कि घटना की गम्भीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस कप्तान एसीसीयू अनुज कुमार, नगर पुलिस अधीक्षक सरकंडा सिद्धार्थ बघेल, प्रभारी एफएसएल यूनिट, प्रभारी फिंगरप्रिंट, प्रभारी डाग स्क्वाड और थाना प्रभारी सरकंडा निलेश पांडेय को तत्काल घटना स्थल के लिए रवाना किया गया.. । रजनेश सिंह ने बताया कि खुद घटना स्थस्थल पहुंच कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया.. । घटना स्थल पर मौजूद साक्ष्यों का वैज्ञानिक पध्दति से संकलन करने के साथ ही अज्ञात आरोपी का पता लगाने को कहा गया…।
अपराध दर्ज
पुलिस कप्तान ने जानकारी दिया कि अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 103 (1) भारतीय न्याय संहिता और धारा 194 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत मर्ग कर छानबीन अभियान को तेज किया गया।
स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में हादसा
घटना स्थल के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि स्वर्णिम ईरा कॉलोनी में सैकड़ों मकान निर्माणाधीन है ..। यहां करीब 1000 से अधिक महिला पुरूष मजदूर अपने बच्चो के साथ रहकर काम करते है। यहां जिस नाबालिक बालिका की हत्या हुई है उसके माता पिता भी मजदूरी करते है ।.. कॉलोनी में ही बने मजदूरो के क्वार्टर में निवास करते है।
घटना स्थल के निरीक्षण और तरीका वारदात् से पुलिस अधिकारियो को स्पष्ट हो गया कि घटना को बाहर के नहीं बल्कि किसी अंदर के ही आरोपी ने अंजाम दिया है.।.
पांच टीम की पड़ताल
जानकारी के बाद जांच पड़ताल के लिए 5 टीम का गठन किया गया। 3 टीम को कॉलोनी में रहने वालो मजदूरो और उनके बच्चों से पूछताछ करने को कहा गया.।.एक टीम को कॉलोनी लगे सीसीटीवी के अवलोकन और दूसरी अन्य टीम को कॉलोनी में पूछताछ कर सूचना संकलन करने की जिम्मेदारी.दी गयी।
पुलिस की गुप्त जांच
पूछताछ के दौरान कॉलोनी में काम करने वाले मजदूर अन्य व्यक्तियों से गोपनीय तरीके से शरीरिक जांच और गतिविधियो पर निगाह रखा गया। जांच टीम ने 9 संदिग्धों को पहचान कर पकड़ा…सभी से शरीर पर लगे खरोच के निशान के बारे मे पूछताछ किया।.. इसी बीच सीसीटीवी कैमरा निरीक्षण के दौरान पाया गया कि नाबालिक मृतिका को 1 नाबालिग बालक हाथ पकड़कर घटना स्थल की ओर ले जा रहा है..। सीसीटीवी में दिखने वाला नाबालिक पूर्व मैं पूछताछ किए गए 9 संदिग्धों में से एक है ।
नाबालिक ने किया अपराध
पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने बताया कि पकड़ा गया नाबालिक आरोपी ने पूछताछ के दौरान घटना करना कबूल किया.। प्रकरण मे मृतिका अपचारी बालक दोनो नाबालिग है.।.नाबालिक आरोपी बालक को बाल कल्याण अधिनियम के तहत हिरासत मे लिया गया .।. साथ ही किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया गया है।
इनका योगदान
हत्या की गुत्थी को सुलझाने में थाना सरकंडा और एसीसीयू बिलासपुर के अधिकारी और कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।