BilaspurChhattisgarh

बिल्डर ने बेचा गार्डन की जमीन.?..दबंग ने बेजाकब्जा कर बनाया रास्ता..फिसड्डी साबित हुआ निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान.?

दबंग ने कालोनी के गार्डन पर कब्जा कर बनाया रास्ता

बिलासपुर—खबर 36 माल से लगे संकट मोचन वाटिका कालोनी से है। कालोनी में देश विदेश में सेवा देने वाले सम्मानितो का निवास होता है। कालोनी स्थित गार्डन की जमीन पर बेजा कब्जा कर रास्ता बनाए जाने को लेकर स्थानीय लोगों में जमकर आक्रोश है। स्थानीय लोगों में बिल्डर से कहीं ज्यादा आक्रोश निगम प्रशासन के खिलाफ है। कालोनी वासियों का आरोप है कि बिना निगम प्रशासन की मिली भगत से गार्डन की जमीन पर कब्जा करना असंभव है। क्योंकि कई बार शिकायत के बाद भी  निगम प्रशासन मौन है। यदि गार्डन को अतिक्रमण कर बनाए गए रास्ता को नहीं हटाया गया तो प्रशासन के खिलाफ आमरण अनशन को मजबूर होना पड़ेगा।

    शासन के निर्देश पर कलेक्टर अवनीश शरण लगातार जमीन माफियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई को अंजाम दे रहे हैं। बावजूद इसके जमीन माफिया और बिल्डर अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे है। इसी क्रम में 36 मॉल से लगे संकट मोचन वाटिका कालोनी स्थित गार्डन की जमीन पर कब्जा कर दबंग और बिल्डर ने रास्ता बना दिया है। इस बात को लेकर स्थानीय लोगों में जमकर आक्रोश है।

      बताते चलें कि कालोनी का विकास एसआर कन्स्ट्रक्शन ने साल 1999 में किया है। कालोनी विकास से पहले नगर एवं ग्राम निवेस से नियमों के तहत नक्शा पास किया गया। कालोनी विकास के दौरान बिल्डर ने बहुत बड़ी जमीन शर्तों के अनुसार गार्डन के लिए छोड़ा। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद बिल्डर ने कालोनी को निगम प्रशासन के हवाले कर दिया।

          स्थानीय लोगों ने बताया कि समय के साथ कालोनी के आसपास अन्य लोगों ने भी निर्माण शुरू किया। इसी दौरान कुछ दबंग बिल्डरों ने संकट मोचन वाटिका स्थित गार्डन की जमीन  से आना जाना शुरू किया। बताया गया कि निर्माणाधीन मकान का निकासी दूसरी तरफ से है। फिलहाल सुविधा के लिए यहां से आना जाना कर रहे हैं। लेकिन समय के साथ देखते ही देखते दबंग बिल्डर ने कालोनी स्थित गार्डन की जमीन पर बेजा कब्जा कर पक्का रास्ता बना दिया।

           पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि एसआर कंस्ट्रक्शन के मालिक ने खाली गार्डन की जमीन का निर्माणाधीन कालोनी के  बिल्डर से गुपचुप सौदा किया है। वरना गार्डन के बीच पक्का रास्ता का बनना नामुमकिन है। ऐसा किया जाना अपराध भी है। नियमानुसार यानी गार्डन की जमीन में रास्ता बनाने से पहले ले आउट संशोधन के साथ टीएनसी से अनुमति लेना जरूरी होता है। जबकि ऐसा कुछ भी नही किया गया है।

एसआर कन्स्ट्रक्शन ने किया सौदा

   बताते चलें कि एसआर कन्स्ट्रक्शन बिलासपुर शहर में कई कालोनियों का निर्माण कर रहा है। बहतराई स्थित स्वर्ण एरा कालोनी भी इसमें से एक है। लगातार शिकायत के बाद निगम प्रशासन ने प्रस्तावित कालोनी में गड़बड़ियों को लेकर रोक लगाया था। बाद में बिना शिकायत दूर हुए निगम प्रशासन ने डेवलप का आदेश जारी कर दिया। स्थानीय लोगों की माने तो एसआर कन्सट्र्क्सन बिल्डर ने संकोट मोचन वाटिका कालोनी में भी गुपचुप तरीके से  बिल्डर से सौदा किया है। वरना गार्डन से रास्ता निकालने की किसी को अनुमति नही है।

शिकायतों को अनसुना कर रहा निगम

 स्थानीय लोगों ने बताया कि एसआर कन्स्ट्रक्शन और दूसरे बिल्डर के साथ निगम प्रशासन की मिली भगत से इंकार नहीं किया जा सकता है। हमने कई बार शिकायत की..बावजूद इसके हमारी शिकायतों को हर बार अनसुना किया है। एक तरफ कलेक्टर का फरमान है कि शासकीय जमीन पर अतिक्रमण बर्दास्त नहीं किया जाएगा। बावजूद इसके गार्डन की जमीन पर खुलेआम अतिक्रमण किया गया है। मजेदार बात है कि बताने के बाद भी निगम प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर बैठा है।

शासन का अतिक्रमण के खिलाफ अभियान

जानकारी देते चलें कि प्रदेस सरकार ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त अभियान चलाने का आदेश दिया है। बावजूद इसके अभी तक गार्डन की जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है। जो गहरी सांठ गाठ की  तरफ इशारा करता है।

 स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि निगम ने बेजा कब्जा नहीं हटाया तो हम सड़क पर उतरेंगे। उग्र धरना प्रदर्शन कर शासन प्रशासन के खिलाफ पोल खोल अभियान चलाएंगे।

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