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एसीबी की बड़ी कार्रवाई…एक के साथ दूसरा स्कीम में पकड़ाया…आरोपी से रिश्वत का 50 हजार जब्त..लोगों ने फोड़ा पटाखा

आरोपी राजस्व निरीक्षक फरार..मध्यस्तता करने वाला गिरफ्तार

बिलासपुर—एन्टी करप्शन ब्यूरो ने गौरेला तहसील में पदस्थ राजस्व निरीक्षक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी निरीक्षक का नाम घनश्याम भारद्वाज है। पीड़ित के अनुसार आरोपी ने दो एकड़ जमीन  सीमांकन के लिए 50 हजार का रिश्वत मांगा। पीड़ित की शिकायत पर एसीबी की टीम ने आरोपी को रिश्त के 50000 रूपयों के साथ गिरफ्तार किया गया है।
 एसीबी के अनुसार जीपीएम निवासी रंजीत सिंह राठौर ने एंटी करप्शन ब्यूरो को लिखित शिकायत कर बताया कि गौरेला का राजस्व निरीक्षक जमीन सीमांकन के एवज में 50 हजार रूपयो की मांग कर रहा है। पीड़ित ने जानकारी दिया कि उसके पिता शिव कुमार के नाम पर ग्राम आंदु में लगभग दो एकड़ कृषि जमीन है। सीमांकन के लिए तहसीलदार के सामने आवेदन पेश किया। और तहसीलदार ने जमीन का सीमांकन करने का आदेश भी दिया।
मामले में  गौरेला राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज ने 50000 रुपए रिश्वत की मांग की है। पीडित ने बताया कि रिश्वत ना देकर राजस्व निरीक्षक को पकड़वाना चाहता है। शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने सत्यापन कराया। शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी बिलासपुर की टीम ने राजस्व निरीक्षक  घनश्याम भारद्वाज को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान तैयार किया।
15 अप्रैल को प्रार्थी रंजीत सिंह को 50 हजार रूपये के साथ रिश्वत देने राजस्व निरीक्षक भारद्वाज के पास भेजा। घनश्याम भारद्वाज ने रिश्वत की रकम अपने साथी राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार चंद्रसेन को देने के लिए कहा। रिश्वती ने रकम को मध्यस्थता कर रहे राजस्व निरीक्षक सारबहरा  संतोष कुमार चंद्रसेन को दिया।
रिश्वत दिए जाने के तत्काल बाद एसीबी की टीम ने धावा बोला। सारबहरा राजस्व निरीक्षक संतोष कुमार चन्द्रसेन को 50000 रूपयों के साथ रंगे हाथ धर दबोचा।जानकारी मिलते ही गौरेला तहसील स्थित कार्रवाई स्थल पर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। रिश्वत मांगने वाला  राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज भीड़ भाड़ का फायदा उठाकर फरार हो गया।
 आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के  प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा एसीबी की टीम फरार  राजस्व निरीक्षक घनश्याम भारद्वाज की तलाश कर रहीह ै। अचानक  तहसील कार्यालय गौरेला में हुई  कार्यवाही से अधिकांश अधिकारी कर्मचारी कार्यालय छोड़कर भाग गए। काफी समय तक कार्यालय में  सन्नाटा पसरा रहा।
कार्यवाही के दौरान मौके पर मौजूद ने कार्रवाई को सही बताया। लोगों ने कहा कि एसीबी को इस तरह की कार्रवाई जब तब करनी चाहिए। जानकारी हो कि कुछ माह पहले गौरेला में एक लोकपाल वेदप्रकाश पांडेय  को रोशन शराफ की शिकायत पर एसीबी ने  25000 रूपये रिश्वत लेते पकड़ा था। एक बार फिर एसीबी ने जीपीएम में धावा बोला। इस बार की कार्रवाई में लोगों ने एसीबी की कार्रवाई को पटाखा फो़ड़कर स्वागत किया।

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