Bilaspur

कलेक्टर साहब…बेकार कर रहे पानी,पौधौं की चिंता…स्मार्ट गली के यमराज ने किया दो पेड़ की हत्या…4 साल पहले हुआ था प्लान्टेशन

स्मार्ट गली में यमराज ने किया दो पेड़ की हत्या

बिलासपुर–कलेक्टर साहब आप नाहक ही पेड़ और पानी की चिन्ता कर रहे हैं। शहरवासियों को ना तो पानी की जरूरत है और ना ही उन्हें पेड़ पोधे ही पसंद है। कलेक्टर साहब प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है कि एक पेड़ मां के नाम अभियान छेड़ा जाए। लेकिन बिलासपुर को इसकी जरूरत नहीं है। यदि जरूरत है तो बिलासपुर के सारे पेड़ पौधों पर आरी और कुल्हाड़ा चलाने की। क्योंकि यहां के लोग पेड़ पौधो को घर की शोभा का दुश्मन मानते हैं। 

  कलेक्टर साहब जानकारी देते चलें कि चार साल पहले मिट्टी तेल गली को सजा संवार कर स्मार्ट सड़क बनाया गया। तत्कालीन कलेक्टर डॉ.सारांश मित्तर ने सड़क के दोनो तर प्लान्टेशन अभियान चलाया। शहर के गणमान्य लोगों ने अभियान में बढ़ चढकर हिस्सा लिया। यदि किसी ने हिस्सा नहीं लिया तो उसी इन्सान ने जिसे अपने घर के सामने कोई पेड़ पसंद नहीं था। बावजूद इसके प्लान्टेशन किया गया। देखते ही देखते हरसिंगार का पौधा जवान हो गया। और आप जब तिरंगा यात्रा में शामिल होकर लोगों को पेड़ और पानी बचाने का संदेश दे रहे थे। उसी समय संजीवनी अस्पताल का पडो़सी जूता व्यापारी ने दो पौधौं को मौत के घाट उतार दिया। मजेदार बात है कि इस हत्या को होते चन्द कदम दूर स्थित ना तो वन विभाग के अधिकारियों ने देखा…और ना ही दो कदम के फासले पर स्थित एसडीएम कार्यालय के अधिकारियों ने ही देखा…

       कलेक्टर साहब बताना जरूरी है कि शनिवार को भारत सरकार ने पूरे देश के नाम सर्कुलर जारी कर पांच जून को एक पेड़  मां के नाम अभियान छेड़ने का एलान किया है। जब भारत सरकार सर्कुलर जारी कर रहा था ठीक उसी दिन यानी शनिवार को स्मार्ट गली में संजीवनी अस्पताल के बगल से एक सेठ दो पेड़ों को यमराज के नाम समर्पित कर रहा था।  आश्चर्य की बात तो यह है कि दोनो पेड़ कटते रहे..फोन से सूचना के बाद भी ना तो वन विभाग का कोई अधिकारी पहुंचा..और ना ही एसडीएम कार्यालय का कारिन्दा ही सूचना को गंभीरता से लिया है। 

   कलेक्टर साहब जानकारी मिली है कि सेठ का परिवार शहर में जूते का नामचीन व्यवसायी है। उसके पास कार भी बहुत है। हरसिंगार का पेड़ पार्किंग में सबसे बड़ी बाधा था।  घात लगाकर सेठ ने यमराज बनकर दोनों पौधों को मौत के घाट उतार दिया है। क्या कोई कार्रवाई करेंगे। क्योंकि निगम से कार्रवाई की  हम रखते ही नहीं है। क्योंकि शहर वासियों को पता है कि  निगम का मात्र एक वसूल..कि उसका कोई वसूल नहीं है….

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