जब खेल बनेगा सेवा का हथियार – उप मुख्यमंत्री की चुनौती. 17 को खेल जगत करेगा कुछ ऐसा.. जो अब तक नहीं देखा!

बिलासपुर…इस बार खेल सिर्फ खेल नहीं रहेगा – यह स्वच्छता का सशक्त अभियान बनकर उभरेगा! उप मुख्यमंत्री एवं खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री अरुण साव ने छत्तीसगढ़ के सभी खिलाड़ियों, खेल संघों और खेल प्रेमियों से अपील की है कि वे “स्वच्छता ही सेवा” अभियान को अपने खेल मैदानों से जोड़कर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का जन्मोत्सव यादगार बनाएँ। 17 सितम्बर को एक ऐसा अवसर है जब खेल और सेवा मिलकर समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
साव ने खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव, संचालक, जिला खेल अधिकारियों और सभी खेल संघों को भेजे पत्र में लिखा है कि स्वच्छ भारत का सपना अब जन आंदोलन बन चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सफाई को व्यक्तिगत जिम्मेदारी से आगे बढ़ाकर समाज और राष्ट्र का अभियान बनाया। उनके जन्मदिन पर इस बार खेल मैदानों को स्वच्छता का प्रतीक बनाकर एक नया संदेश देना है।
उप मुख्यमंत्री ने लिखा है कि खेल हमें शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाता है, जबकि स्वच्छता हमें स्वस्थ और सुंदर जीवन प्रदान करती है। उन्होंने कहा – “एक स्वच्छ वातावरण में ही बेहतरीन खेल प्रदर्शन संभव है। इसलिए खेल मैदानों में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाकर हम अपने खिलाड़ियों के साथ-साथ समाज को भी स्वस्थ और प्रेरित कर सकते हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि 17 सितम्बर केवल प्रधानमंत्री का जन्मदिन नहीं, बल्कि उनके स्वच्छता अभियान में योगदान का उत्सव है। “हम सब मिलकर उनके योगदान को याद करें और अपने खेल परिसर को स्वच्छ बनाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दें,” उन्होंने पत्र में लिखा।
साव ने सभी खेल संगठनों से अपील की है कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें, अपने खेल परिसर में सफाई करें, समाज को जागरूक करें और सेवा का नया अध्याय शुरू करें। “यह हमारे प्रिय प्रधानमंत्री को एक सच्ची और सार्थक भेंट होगी,” उन्होंने कहा। साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि खेल और सेवा के इस संगम से छत्तीसगढ़ देश में खेल के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों में शुमार होगा।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि अभियान में भाग लेने वाले खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और खेल प्रेमियों के लिए यह न केवल सेवा का अवसर है, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की प्रेरणा भी है। 17 सितम्बर को खेल मैदानों में सफाई अभियान चलाकर खिलाड़ी साबित करेंगे कि वे सिर्फ खेल में नहीं, सेवा और समाज निर्माण में भी आगे हैं।