Bilaspur

19 गायों की मौत: बिलासपुर में पहली बार: मवेशियों की मौत पर पशुपालक गिरफ्तार..पुलिस ने दिखाई कानूनी सख्ती

बिलासपुर …छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हुई एक अभूतपूर्व पुलिस कार्रवाई ने पूरे राज्य में समाजिक जिम्मेदारी और सड़क सुरक्षा को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 200 (नया-49) पर बीते 28 जुलाई को कड़ार-सारधा चौक के पास एक तेज़ रफ्तार अज्ञात वाहन ने 19 मवेशियों को कुचल दिया, जिनमें कई की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

इस हृदयविदारक घटना के बाद जो हुआ, वह देशभर के लिए एक नज़ीर बन सकता है।

पशुपालकों की लापरवाही पर गिरफ्तारी

विवेचना के दौरान सामने आया कि तीन गायें अलग-अलग पशुपालकों की थीं।, जिन्हें बिना देखभाल के सड़क किनारे खुले में छोड़ा गया था,। जिससे यह भीषण दुर्घटना घटी। इस आधार पर पुलिस ने दो पशुपालकों को चिन्हित कर उनके खिलाफ BNS की धारा 281, 325, 291 और मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 184 के तहत अपराध दर्ज किया। आरोपियों को 30 जुलाई को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।

गिरफ्तार आरोपियों का नाम और पता ठिकाना 

पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद दो पशुपालकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों का नाम ग्राम करार निवासी कमलेश्वर वर्मा विजय वर्मा हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह का बयान:

यह केवल सड़क सुरक्षा का मामला नहीं, बल्कि सामूहिक सामाजिक जिम्मेदारी का भी विषय है।
मवेशियों को यूं ही आवारा छोड़ देना किसी भी दुर्घटना की वजह बन सकता है।
इस मामले में हमने पशुपालकों की लापरवाही को कानूनी अपराध मानते हुए कार्रवाई की है।बिलासपुर पुलिस की यह कार्यवाही न केवल कानून के दायरे में थी, बल्कि एक सशक्त संदेश भी है — कि अब लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हम सभी पशुपालकों से अपील करते हैं कि वे अपने जानवरों को सार्वजनिक मार्गों पर छोड़ने से बचें और कानून का सम्मान करें।”

यह कार्यवाही क्यों है ऐतिहासिक?

जानकारी हो कि जिला और पुलिस प्रशासन सड़क हादसों को लेकर लगातार लगातार मंथनों विचार विमर्श किया। स्वयं कलेक्टर ने आवारा मवेशियों के मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फरमान भी सुनाया। बावजूद इसके पशु पालक लापरवाही से बाज नहीं आए। कलेक्टर आदेश को नजरअंदाज करते हुए पशुओं को आवारा छोड़ दिया। इसके चलते एक दिन पहले नेशनल हाईवे पर पन्द्रह मवेशियों की मौत हो गई। मवेशियों की मौत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने तत्काल कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया। पहली बार मवेशियों की मौत पर उनके मालिकों को आपराधिक रूप से जिम्मेदार ठहराया । और गंभीरता से लेते हुए अपराध भी दर्ज किया।

पुलिस की अपील: पशुपालक बनें जिम्मेदार

बिलासपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अब सड़क पर मवेशियों को खुला छोड़ना “सामान्य बात” नहीं मानी जाएगी। इससे संबंधित लापरवाह पशुपालकों पर भी कार्रवाई होगी, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके और आमजन को सुरक्षित वातावरण मिले।

Back to top button