तहसीलदार ने बेच दिया कोरवा जनजाति की जमीन…आत्महत्या के बाद जागा प्रशासन..कमिश्नर ने किया सस्पेन्ड..रजिस्ट्री निरस्त
जमीन फर्जीवाड़ाः कमिश्नर ने किया तहसीलदार को निलंबित

बलरामपुर– सरगुजा कमिश्नर ने विशेष संरक्षित कोरवा जनजाति की जमीन में फर्जीवाड़ा करने वाले तहसीलदार,उप पंजीयक को निलंबित कर दिया है। जांच रिपोर्ट के अनुसार तहसीलदार ने पहाड़ी कोरबा जनजाति की खाते की जमीन को हेराफेरी कर सामान्य व्यक्ति के नाम पर चढ़ा दिया था। मामले में पीड़ित भइरा कोरवा ने पुलिस और प्रशासन से आवेदन कर न्याय की गुहाल लगाई। फरियाद नहीं सुने जाने पर पीड़ित ने आत्महत्या कर दिया। मामला सामने आने के बाद कलेक्टर ने तत्काल जांच का आदेश दिया। रिपोर्ट आने के बाद कमिश्नर ने तहसीलदार को निलंबित कर दिया।
बलरामपुर जिले के राजपुर ब्लॉक स्थित ग्राम भेस्की में विशेष संरक्षित पहाड़ी कोरवा जनजाति की संयुक्त खाते की जमीन है। तहसीदार ने फर्जीवाड़ा कर भइरा कोरवा की जमीन को फर्जीवाड़ा कर सामान्य वर्ग के व्यक्ति के खाते मे चढ़ा दिया। मामले की जानकारी के बाद पीड़ित भइरा कोरवा ने पुलिस चौकी से लेकर एसपी और कलेक्टर कार्यालय का चक्कर लगाया। लेकिन किसी ने आरोप को गंभीरता से नहीं लिया। जबकि पीड़ित ने बताया कि तहसीलदार और पटवारी ने मिलकर उसकी जमीन को दूसरे को बेच दिया है।
शिकायत को गंभीरता से नहीं लिए जाने पर पीड़ित भइरा कोरवा ने 22 अप्रैल 2025 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। आत्महत्या के बाद मचे बवाल के बीच कलेक्टर ने तत्काल राजपुर एसडीएम को जांच का आदेश दिया। एसडीएम की जांच रिपोर्ट में तहसीलदार और प्रभारी उप पंजीयक यशवंत कुमार को दोषी पाया गया। सरगुजा कमिश्नर ने आदेश जारी कर फर्जी बिक्रीनामा को निरस्त करते हुए तहसीलदार यशवंत कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।