Rajasthan Weather Update: 7-9 सितंबर तक भारी बारिश का रेड अलर्ट
उदयपुर समेत राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट। SDRF-NDRF टीमें बचाव कार्य में जुटीं, 7-9 सितंबर तक बाढ़ जैसी स्थिति बनी रहेगी।

Rajasthan Weather Update/राजस्थान में मानसून ने एक बार फिर कहर बरपाया है। उदयपुर और आसपास के जिलों में लगातार भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं।
Rajasthan Weather Update/आहड़ नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से शहर के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। कई मकान, दुकानें और वाहन पानी में डूब गए हैं। मदार क्षेत्र से पानी छोड़े जाने के बाद स्थिति और गंभीर हो गई। स्थानीय लोग इसे साल 2006 के बाद की सबसे भयानक बाढ़ बता रहे हैं।
जिला कलेक्टर नमित मेहता और प्रशासनिक अधिकारी लगातार हालात का जायजा ले रहे हैं, जबकि SDRF और NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
कई परिवार सुरक्षित स्थानों की तलाश में घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। एकलिंगपुरा ब्रिज पर पानी में फंसी बस को स्थानीय लोगों और विधायक की मदद से निकाला गया। वहीं नदी में फंसे युवक को बचाने के लिए विशेष अभियान चलाया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राजस्थान के कई जिलों में अगले तीन दिन यानी 7, 8 और 9 सितंबर 2025 के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सलूंबर, जालौर, चित्तौड़गढ़ और झालावाड़ शामिल हैं। जयपुर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, भिलवाड़ा, पाली और सिरोही में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
6 सितंबर को भी कई जिलों में जमकर बारिश हुई।
भीलवाड़ा के बनेड़ा में 156 मिमी बारिश दर्ज की गई। उदयपुर, कोटा, बूंदी और सवाई माधोपुर में बाढ़ जैसे हालात बने, जबकि जयपुर और अजमेर में जलभराव से यातायात प्रभावित हुआ। बिसलपुर बांध का जलस्तर बढ़ने पर 8 गेट खोले गए। राजसमंद में NH-162 का एक हिस्सा बह गया और कई जिलों में स्कूल बंद कर राहत शिविर शुरू किए गए।
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पूर्व राजस्थान में बना कम दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटों में डिप्रेशन में बदल सकता है। इससे बारिश और तेज होने की संभावना है। 8 और 9 सितंबर को जोधपुर और आसपास के जिलों में भारी बारिश का अनुमान है। हालांकि 10 सितंबर से मौसम में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। नागरिकों को निचले इलाकों से दूर रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए खुले स्थानों से परहेज करने की सलाह दी गई है।
उदयपुर के लोग इस आपदा के बीच दीर्घकालिक समाधान की मांग कर रहे हैं।