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चावल घोटालेबाजों के खिलाफ प्रदर्शन..दुकान की लालच में छिपे चेहरे का खेल…महिलाओं को आगे कर प्रशासन पर बनाया दबाव

जमानत पर छूटते ही प्रदर्शनकारियों साथ दावेदारों ने बनाया दबाव...

बिलासपुर—-चावल घोटालेबाजों के जमानत पर बाहर आते ही मस्तूरी स्थित सेवा सहकारी राशन दुकान संचालन को लेकर अब नया खेल शुरू हो गया है। दुकान पर नजर जमाकर बैठे कुछ लोग पर्दे के पीछे से नया खेल शुरू कर दिया है।  मस्तूरी से भोले भाले ग्रामीण महिलाओं को एकत्रित कर कलेक्टर परिसर में जमकर प्रदर्शन किया है। सूत्रों के अनुसार राशन दुकान निलंबित नहीं होने के कारण दोनो आरोपी जेल से बाहर आते ही एक बार फिर दुकान का संचालन शुरू कर दिया है। जबकि पर्दे के पीछे सक्रिय कुछ लोगों को दुकान हासिल करने के उम्मीदों को गहरा झटका लगा है। उन्हें भरोसा था कि दुकान निलंबित होने पर उन्हें अवसर मिलेगा। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। अब….पर्दे के पीछे छिपे रणनीतिकार सुनियोजित तरीके से महिलाओं को आगे कर कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन किया है। राशन दुकान निलंबित किए जाने की मांग की है। बहरहाल मामले को कलेक्टर ने गंभीरता से लिया है।

         जानकारी देते चलें कि करीब आठ महीने पहले सेवा सहकारी समिति मस्तूरी स्थित दुकान में राशन घोटाला का मामला सामने आया। कलेक्टर आदेश पर खाद्य विभाग की टीम ने  जांच पड़ताल कर प्रतिवेदन पेश किया। पडताल में पाया गया कि राशन विक्रेता मनीराम कुर्रे और प्रबंधक मनोज रात्रे ने मिलकर 273 क्विंटल चावल घोटाला किया  है। मामले में दोनों के खिलाफ स्थानीय थाना में अपराध दर्ज किया गया।  दोनो को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया। बहरहाल दो दिन पहले दोनो आरोपी जमानत पर बाहर आ गए हैं। दोनों ने मस्तूरी स्थित सेवा सहकारी समिति का संचालन भी शुरू कर दिया है। 

हीला हवाली का उठाया फायदा

 जानकारी हो कि घोटाला सामने आने के बाद राशन दुकान को निलंबित किया जाना चाहिए था। दुकान से जुड़े उपभोक्ताओं को दूसरे राशन दुकान से राशन की व्यवस्था किया जाना था। बावजूद इसके दुकान को निलंबित नहीं किया गया। जेल से बाहर आते ही दोनो आरोपियों ने एक बार फिर दुकान का संचालन शुरू कर दिया। इसके चलते उन्हें गहरा सदमा लगा जिन्हें उम्मीद थी कि दुकान निलंबित होने के बाद संचालन की जिम्मेदारी संभालेंगे का मौका मिलेगा। मंसूबा फेल होने के बाद पर्दे के पीछे छिपे चेहरे की अगुवाई में मस्तुूरी की भोली भाली महिलाओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। 

महिलाओं ने लगाया गंभीर आरोप

कलेक्टर कार्यालय परिसर पहुंचकर महिलाओं ने राशन दुकान संचालकों पर गंभीर आरोप लगाया। महिलाओं ने बताया कि दो महीने से राशन नहीं मिल रहा है। जबकि उनसे राशन देने के बदल अंगूठा लगवाया गया है।  लेकिन अभी तक एक किलो चावल भी नहीं मिला है। इसके अलावा प्रदर्शन में शामिल कुछ महिलाओं ने जानकारी दी कि हमने अंगूठा लगाकर राशन तो लिया है। लेकिन हम कर ही क्या सकते हैं..क्योंकि हम लोगों को पैसा देकर प्रदर्शन के लिए लाया गया है। बताया गया है कि राशन दुकानदार को बदलने के लिए कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन करना होगा।

खाद्य विभाग से मिली जानकारी

खाद्य विभाग के अनुसार अपराध दर्ज होने और घोटाला सामने आने के बाद दुकान को निलंबित किया जाना चाहिेए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। बावजूद इसके संभव नहीं है कि अंगूठा लगाने के बाद राशन नहीं दिया जाए। जबकि कार्ड में भी चावल उठाने का रिकार्ड दर्ज होता है। इसलिए अंगूठा लगाकर चावल नहीं मिलने की शिकायत गलत है।

दुकान हथियाने की साजिश.किराए के प्रदर्शनकारी

जानकारी के अनुसार सेवा सहकारी का प्रकरण सामने आने के बाद कुछ लोगों को विश्वास था कि दुकान को निलंबित कर दिया जाएगा। इसके बाद प्रयास कर दुकान हथिया लेंगे। लेकिन निलंबन की कार्रवाई नहीं हुई। इसके चलते दुकान का मंसूबा पालने वालों को झटका लगा है। अब  महिलाओं को सामने कर प्रदर्शन का नाटक किया जा रहा है।

दोनो आदतन घोटालेबाज

जानकारी देते चलें कि मनीराम कुर्रे और मनोज रात्रे आदतन घोटाले बाज हैं। कुछ साल पहले दोनों ने मिलकर करीब 700 क्विंंटल चावल घोटाला को अंजाम दिया है। बावजूद इसके दोनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। इसका फायदा उठाकर करीब आठ महीने पहले दोनों ने एक बार फिर 273 क्विवंटल चावल घोटाले को अंजाम दिया है। पुलिस कार्रवाई के बाद भी दुकान को निलंबित नहीं किया गया। जिसका फायदा उठाकर दोनों ने एक बार फिर दुकान का संचालन शुरू कर दिया है। जबकि पर्दे के पीछे छिपा चेहरा ऐसा नहीं चाहता है। 

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