Bilaspur
जिला पंचायत के इस क्षेत्र में डूबी दिग्गजों की नैया…अध्यक्ष के कई दावेदार धराशाई…नामवर चेहरों को मिली शर्मनाक हार
राजमहंत को जनता ने नकारा...युवा नेता चटाया बागियों को धूल

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बिलासपुर—निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव खत्म हो चुका है। आचार संहिता को भी हटा लिया गया है। जिला पंचायत के 17 जंगजुओं ने अलग अलग चरण में प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर लिया है। बावजूद इसके जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 अब भी चुनावी पंडितों के लिए चर्चा का विषय है। चुनाव के दौरान दिग्गजों का मानना था कि इस बार क्षेत्र क्रमांक 12 का विजेता के सिर पर ही जिला पंचायत अध्यक्ष का ताज सजेगा। लेकिन चुनाव परिणाम ने अध्यक्ष दावेदारों को अन्दर तक तोड़ दिया है। जनता ने ना केवल राजमहंत को धूल चटाया है..बल्कि कांग्रेस,आम आदमी पार्टी और भाजपा के तथाकथित बड़े बड़े चेहरों और पदाधिकारियों को बुरी तरह ठुकरा दिया है। विधायक की दावेदारी करने वालों और विधानसभा में किस्मत अजमाने वालों को युवा नेता से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। चुनावी पंडितों की माने तो क्षेत्र क्रमांक 12 नामचीन चेहरों और दोनों दलों के स्वनाम धन्य प्रत्याशियों के सपनों का कब्रगाह बन गया है।
सपनों का कब्रगाह बना क्षेत्र क्रमांक 12
जिला पंचायत चुनाव के दौरान क्षेत्र क्रमांक 12 खासा चर्चा का केन्द्र रहा। क्षेत्र क्रमांक 12 से सर्वाधिक 17 लोग एक दूसरे के आमने सामने थे। इसमें कई ऐसे भी चेहरे नजर आए..जिन्होने अलग अलग दल से विधायक का चुनाव लड़ा या फिर विधानसभा टिकट की दावेदारी की। तत्कालीन समय चुनावी बुखार के बीच दबी जुबान में प्रत्याशियों समेत चुनावी पंडितों का भी मानना था कि क्षेत्र क्रमांक 12 का विजेता ही जिला पंचायत अध्यक्ष का ताज पहनेगा। यही कारण है कि दिग्गजों ने क्षेत्र से मजबूती के साथ दांव खेला। भीड़ भड़क्का देखकर भाजपा ने क्षेत्र को मुक्त घोषित किया तो…कांग्रेस ने संगठन के बड़े पदाधिकारी महेन्द्र गंगोत्री को मैदान में उतारा। लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष पद को केन्द्र में रखकर कांग्रेस के बागियों ने मौका हाथ से जाने नहीं दिया। अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ा। वहीं भाजपा को विश्वास था कि कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व सभापति और कई बार के जिला पंचायत सदस्य राजमहंत को जीत मिलेगी। लेकिन जनता ने राजमहंत राजेश्वर भार्गव के सपनों को चकनाचूर कर दिया। कांग्रेस के युवा चेहरा दामोदर कांत को रिकार्ड तोड़ मतों से जिताकर जिला पंचायत भेजा ।
धुरंधरों को धीरे से लगा जोर का झटका
कांग्रेस से भाजपा में शामिल निवर्तमान सभापति राजमहंत राजेश्वर भार्गव को पुूरा विश्वास था कि जीत के साथ उनका जिला पंचायत अध्यक्ष बनना निश्चित है। लेकिन जनता ने उन्हें मात्र 2069 वोट देकर सातवें स्थान पर भेज दिया। प्रदेश कांग्रेस सचिव अशोक रजवाल को भी जीत का भरोसा था। बगावत कर अधिकृत प्रत्याशी महेन्द्र गंगोत्री के खिलाफ चुनाव लड़ा। 2856 वोट के साथ चौथे स्थान पर रहे। आप की टिकट से विधायक चुनाव लड़े और फिर भाजपा में शामिल हो गए धर्मदास भार्गव ने 3110 वोट के साथ तीसरा स्थान बनाया। कांग्रेस ने क्षेत्र क्रमांक 12 में प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी महेन्द्र गंगोत्री पर दांव आजमाया। लेकिन 2481 लोगों ने ही वोट दिया। और उन्हें चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा।
टाप थ्री से बाहर. विधायक दावेदार
बसपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले टीआर जोशी को 2249 मतों के साथ छठवां स्थान मिला। एनएसयूआई के राष्ट्रीय पदाधिकारी राहुल राय ने भी कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ा। मात्र 1097 वोट लेकर सूची में दसवां स्थान बनाया। रेडी टू ईट घोटाला को लेकर चर्चा में रहे पृथ्वीपाल को जनता ने बुरी तरह से नकार दिया। पूर्व जिला पंचायत सदस्य पृथ्वीपाल ने 1386 मत के साथ नौवां स्थान हासिल किया। कांग्रेस से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले निवर्तमान जनपद पंचायत सभापति मनोहर कुर्रे को सिर्फ 1493 लोगों ने वोट दिया । सूची में सातवां स्थान बनाने वाले मनोहर कुर्रे को डॉ.चरणदास महंत का नजदीकी मना जाता है। पिछली बार उन्होने विधानसभा चुनाव लड़ने का दावा किया था।
महंत,महेन्द्र,मनोहर को झटका
कांग्रेस के युवा नेता दामोदार कांत ने बगावत कर चुनाव लड़ा। लेकिन अपने निर्णय को सही साबित करते हुए भाजपा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य एएस मनहर को 900 वोट से हराकर क्षेत्र क्रमांक पर कब्जा किया । इस तरह दामोदर कांत की जीत ने किसी को झटका दिया हो या नहीं दिया हो। लेकिन अवसर देखकर छलांग लगाने वाले राजममहंत राजेश्वर भार्गव के सपनों को बुरी तरह जरूर रौंद दिया है।राजेश्वर भार्गव को पूरा विश्वास था कि जीतने की सूरत में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के सबसे प्रबल दावेदार होंगे। झटका महेन्द्र गंगोत्री,मनोहर कुर्रे और राहुल राय को भी लगा है। महेन्द्र को पूरा विश्वास था कि बहुमत की स्थिति में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बैठना निश्चित है।