जिला पंचायत..अध्यक्ष आवास और आफिस से 15 नहीं 25 लाख का सामान पार..टोंटीबाज ने किया जगुआर कम्पनी की टोंटी पर हाथ साफ..अधिकारियों में हड़कम्प
जिला पंचायत अध्यक्ष आवास से नल की टोंटी गायब...सैकड़ों फर्नीचर की हो रही तलाश

बिलासपुर—जिला पंचायत आवास और कार्यालय से लाखों का सामान गायब होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। परेशान पंचायत प्रशासन लगातार मामले पर पर्दा डाल रहा है। अन्दर खाने से मिली जानकारी के अनुसार अकेले आवास से ही 15 लाख से अधिक कीमती सामान पर हाथ साफ किया गया है। जबकि अकेले चैयरमैन कक्ष से दस लाख का सामान गायब है। बहरहाल अधिकारी और कर्मचारी कान में सब कुछ बोल रहे हैं…लेकिन खुलकर कोई बोलने को तैयार नहीं है। आखिर सामान कब गायब हुआ..और किसने गायब किया। इस बात को लेकर जमकर चर्चा है। चर्चा इस बात को लेकर भी है कि सिर्फ लखनऊ में ही मुख्यमंत्री के आवास से नल की टोंटी चोरी नहीं हुई है। .बल्कि बिलासपुर जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास से भी किसी टोंटीबाज ने जगुआर कम्पनी के नल और टोंटी पर हाथ साफ कर अपना नाम मीडिया में दर्ज करा दिया है।
जानकारी देते चलें कि एक दिन पहले जिला पंचायत को जानकारी मिली कि जिला पंचायत अध्यक्ष कार्यालय कक्ष और आवास से करीब 15 लाख का सामान किसी ने पार कर दिया है। सामान गायब होने का खुलासा उस समय हुआ जब नए अध्यक्ष के लिए आवास देखने जिला पंचायत के कर्मचारी निवर्तमान अध्यक्ष का खाली आवास देखने पहुंचे। आवास की स्थिति देखते ही अधिकारी भौंचक्के हो गये। अधिकारियों को मौके पर चार दीवारी के अलावा एक भी सामान नहीं दिखाई दिया। जबकि शासन ने आवास को सजा सवांर कर दिया था।
नाम नहीं छापने की शर्त पर जिला पंचायत अधिकारियों ने बताया कि आवास का ताला खोलने पर दो कुर्सी के अलावा कुछ नहीं मिला। जबकि आवास में आधा दर्जन से अधिक एसी लगा था। इसके अलावा फर्नीचर,टेबल समेत लाखों रूपयों की कुर्सियां भी थी। जिला पंचायत अध्यक्ष के आवास में जगुआर कम्पनी का नल और टोंटी भी लगाया गया था। लेकिन किसी टोटी बाज ने खाली घर का फायदा उठाकर महंगे सामान पर हाथ साफ कर दिया।
एक अधिकारी ने तो यह भी बताया कि आवास और कार्यालय समेत अन्य विभागों और सभागार से करीब 150 से अधिक कुर्सियां गायब हैं। इस तरह आवास और कार्यालय को मिलाकर करीब 25 लाख का सामान पार हुआ है। फिलहाल आवास में मरम्मत का कार्य चल रहा है। आवास में नए अध्यक्ष के लिए नया सामान खरीदा जाएगा। निश्चित रूप से सरकार को एक बार फिर लाखों रूपए खर्च करना होगा। जाहिर सी बात है कि एक बार फिर जगुआर कम्पनी की नल और टोंटी लगाया जाएगा।
स्टाक पंजी की जांच..विभाग को आदेश
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि हमने स्टाक पंजी का जांच कर लिया है। जो सामान सरकार की तरफ से उपलब्ध कराया गया सभी मिल चुके हैं। निजी स्तर से हमारा कोई लेना देना नहीं है। बावजूद इसके हमने अपने सभी विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया है कि क्या कुछ सामान गायब हुआ है। उसकी जानकारी दें…विभागीय अधिकारियों ने दो दिन का समय मांगा है। रिपोर्ट पेश होने पर वस्तुस्थिति का पता चलेगा। फिलहाल भवन का रंग रोगन किया जा रहा है। नल की टोंटी गायब हुई है तो इसका पता लगाया जाएगा।