कबीरधाम कलेक्टर के खिलाफ शिकायत.. फेडरेशन नेताओं ने की निष्पक्ष जांच की मांग

बिलासपुर…छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने बिलासपुर समेत प्रदेश के सभी जिला प्रमुख कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर कबीरधाम के खिलाफ लिखित में आक्रोश जाहिर किया। बिलासपुर में कर्मचारी नेताओं ने कलेक्टर से लिखित शिकायत पत्र देने के साथ ही मामले में जांच की मांग की। कर्मचारी नेताओं ने कहा यद्यपि कबीरधाम कलेक्टर ने किए गए गलतियों के लिए खेत प्रकट कर दिया है। बावजूद इसके मामले में जांच की सख्त जरूरत है। ताकि आने वाले समय में दोबारा इस प्रकार की गलतियां दोहरे ना जा सके।
कर्मचारियों से कराया उठा बैठक
कर्मचारी नेता किशोर शर्मा,जीआर चंद्रा और रोहित तिवारी ने छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले कलेक्टर से मुलाकात कर लिखित में शिकायत दर्ज कराया। इस दौरान तीनों कर्मचारी नेताओं ने निष्पक्ष जांच की मांग की। किशोर शर्मा जीआर चंद्रा और रोहित तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि कबीरधाम कलेक्टर गोपाल वर्मा ने दो दिन पहले जिला पंचायत परिसर में कर्मचारियों को कान पड़कर उठक बैठक करवाया। ऐसा किया जाना सिविल संहिता आचरण के खिलाफ है।
42 कर्मचारियों को जारी किया नोटिस
कर्मचारी नेताओं ने जानकारी दिया कि दो दिन पहले भारी बारिश के चलते विभिन्न संस्थाओं एवं कार्यालयों के कर्मचारी कुछ देरी से कार्यालय पहुंचे। इसी दौरान कबीरधाम कलेक्टर गोपाल वर्मा आकस्मिक निरीक्षण में कार्यालय पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने 42 कर्मचारियों को अनुपस्थित पाया। सभी को कारण बताओं नोटिस जारी करने का आदेश दिया। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने नोटिस जारी होने के बाद जिला पंचायत परिसर में कर्मचारियों को फटकार लगाते हुए कान पड़कर उठक बैठक के लिए मजबूर किया।
जबकि ऐसा किया जाना सिविल आचरण नियम के खिलाफ है। घटना के बाद प्रदेश के सभी कर्मचारियों अधिकारियों ने फैसला किया कि 7 जुलाई को प्रदेश स्तर पर कलेक्टर के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
कलेक्टर ने लिखित में किया खेद प्रकट
इसी दौरान जानकारी मिली कि कबीरधाम कलेक्टर ने एक दिन पहले सभी कर्मचारियों से लिखित में खेद प्रकट किया है। बहरहाल मामला शांत हो गया है। क्योंकि फेडरेशन ने 2 दिन पहले ही 7 जुलाई सोमवार को प्रदर्शन का फैसला लिया था। इसलिए आज हम लोग बिलासपुर कलेक्टर से मुलाकात कर सारी बातों को लिखित में सामने रखा है।
बैठक में लेंगे फैसला
हमारी मांग है कि मामले में निष्पक्ष जांच हो। ताकि आने वाले समय में फिर इस प्रकार की गलती की पुनरावृत्ति ना हो। किशोर शर्मा जी आर चंद्रा और रोहित तिवारी ने कहा कि फेडरेशन के बैठक में आगे की रणनीति पर फैसला लिया जाएगा।