अडानी मामले में ED,CBI के खिलाफ कांग्रेस का हल्ला बोल: पूरे प्रदेश में दो घंटे का चक्का जाम..कांग्रेस विधायक अटल का हमला..करेंगे..आर्थिक नाकेबंदी

बिलासपुर..— छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने 22 जुलाई को राज्यव्यापी आर्थिक नाकेबंदी का ऐलान किया है। यह फैसला खनिज संपदा की कथित लूट और अडानी समूह को लेकर उठाए गए सवालों पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के विरोध में लिया गया है।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने बिलासपुर में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि सुबह 12 से 2 बजे तक पूरे प्रदेश में मुख्य राजमार्गों को जाम किया जाएगा, ।अडानी समूह और सरकार को स्पष्ट संदेश दिया जा सके।
‘यह केवल आग़ाज़ है’: अटल श्रीवास्तव
श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि, “जो भी व्यक्ति अडानी के खिलाफ बोलता है, उसे सीबीआई, ईडी या इनकम टैक्स के मामलों में फंसा दिया जाता है। ये सिर्फ़ आम लोग नहीं, बल्कि राजनेता और पत्रकार तक हैं। हम ऐसा और नहीं होने देंगे। यह केवल आग़ाज़ है, लंबी लड़ाई लड़ी जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के हर जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता दो घंटे तक आर्थिक जाम में शामिल होंगे, और उसके बाद आंदोलन की अगली रणनीति प्रदेश कांग्रेस कमेटी तय करेगी।
‘तोता नहीं, अब पालतू कुत्ता बनीं एजेंसियां’
केंद्रीय एजेंसियों पर तीखा हमला बोलते हुए श्रीवास्तव ने कहा, “पहले इन एजेंसियों को ‘तोता’ कहा जाता था, लेकिन अब आम आदमी भी समझ गया है कि ये ‘पालतू कुत्ते’ की तरह काम कर रही हैं, किसी विशेष व्यक्ति या समूह के इशारे पर।”
उन्होंने आरोप लगाया कि एजेंसियां अब घर-परिवार के सदस्यों तक को निशाना बना रही हैं, और कांग्रेस इसके विरुद्ध भी आवाज उठाएगी।
मुख्यमंत्री को चेतावनी और आग्रह
अटल श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि वे खुद एक आदिवासी समुदाय से हैं, “जल, जंगल और जमीन से उठकर आए हैं”, इसलिए यह उनकी ज़िम्मेदारी है कि वे अपने गृहक्षेत्र रायगढ़ और पूरे प्रदेश की आदिवासी संस्कृति, खनिज संपदा और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करें।
उन्होंने कहा, “आज मुख्यमंत्री चुप हैं, ऐसा लगता है जैसे उन्होंने अपने मुंह पर टेप लगा लिया हो। अडानी का प्रभाव इतना गहरा है कि छत्तीसगढ़ को लूटा जा रहा है और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।