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CG NEWS:प्रभारी DEO से जुड़ा घूस का पुराना मामला फिर सुर्ख़यों में ……,शिक्षा सचिव ने कलेक्टर से मांगी रिपोर्ट

CG NEWS:बिलासपुर। जिले में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी के रूप में विजय तांडे की पोस्टिंग का मामला गहराता जा रहा है। उनके ऊपर कोटा ब्लॉक के बीईओ पद पर रहते हुए रिश्वत लेने का आरोप लगा है । महज  3 महीने पहले इस तरह के मामले में उस समय के कलेक्टर ने उन्हें बीईओ पद से हटा दिया था। प्रभारी डीईओ के पद पर उनकी पोस्टिंग के बाद  यह चर्चा फिर से शुरू हुई तो शिक्षा सचिव ने बिलासपुर कलेक्टर से रिपोर्ट मंगाई है ।

हाल ही में शिक्षा विभाग की ओर से जारी की गई एक बड़ी ट्रांसफर लिस्ट में बिलासपुर जिले के डीईओं अनिल तिवारी  का तबादला कर उनकी जगह विजय तांडे को प्रभारी डीईओ बनाया गया है। उन्होंने  पिछले शनिवार को चार्ज भी ले लिया है। लेकिन उनकी पोस्टिंग के साथ ही एक पुराना मामला सुर्खियों में आ गया है। मीडिया खबरों के मुताबिक विजय तांडे पर कोटा में बीईओँ रहते हुए  रिश्वत लेने के आरोप लगे थे। आरोप था कि कोटा के  ओछिनपारा    में पदस्थ विधवा शिक्षिका नीलम भारद्वाज से एक लाख चौबीस हजार रुपए  की रिश्वत लिपिक के माध्यम से ली थी। यह रकम बीईओ ऑफिस की क्लर्क एकादशी पोर्ते के जरिए ली गई थी। इसकी शिकायत 3 मार्च को पीड़ित शिक्षिका ने जनदर्शन में उस समय के कलेक्टर से की थी ।तब तीन सदस्यीय जांच कमेटी भी बनाई गई थी। कमेटी की ओर से 21 मार्च को पेश की गई रिपोर्ट में क्लर्क और बीईओ दोषी पाए गए थे। जिसके बाद उन्हें पद से हटाया गया था।

आरोप यह भी है कि विधवा शिक्षिका के खाते की रकम करीब 3 महीने तक विजय तांडे ने अपने अकाउंट में जमा कर रखी थी ।इसी तरह दिसंबर 2022 में शिक्षकों के तबादले के दौरान भी शिक्षक की जॉइनिंग में भी गड़बड़ी के आरोप लगे थे। जानकारों का कहना है  कि प्रभारी डीईओ बनने के बाद जैसे ही पुराना मामला खुला शिक्षा सचिव ने कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है। क्योंकि पूरा मामला पूर्व कलेक्टर के समय का है और उनके ही निर्देश पर तमाम कार्रवाई की गई थी। ऐसे में अगर सही रिपोर्ट भेजी गई तो आने वाले समय में और भी फेरबदल देखने को मिल सकता है।

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