CG News- 22 माओवादियों ने पुलिस के समक्ष किया सरेंडर..बीजापुर जंगलों में सक्रिय थे
एसपी ने गुरुवार को चेतावनी दी थी कि आदिवासी समुदायों को धमकाने वाले और बम लगाए जाने का दावा करके कर्री गुट्टा के पास के जंगलों में उनकी आवाजाही को प्रतिबंधित करने का प्रयास करने वाले माओवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) को एक और झटका देते हुए शुक्रवार को तेलंगाना के मुलुगु जिले में 22 माओवादियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।
मुलुगु जिला पुलिस मुख्यालय में मुलुगु जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. पी. शबरीश के समक्ष उग्रवादियों ने अपने हथियार डाल दिए। आत्मसमर्पण करने वालों में चार एरिया कमेटी सदस्य (एसीएम) और एक पार्टी सदस्य शामिल हैं। शेष मिलिशिया सदस्य थे।
एसपी ने घोषणा की कि एसीएम को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए 4-4 लाख रुपए दिए जाएंगे। पार्टी सदस्य को 1 लाख रुपए मिलेंगे, जबकि अन्य को 25-25 हजार रुपए दिए जाएंगे।
एसपी ने प्रमुख माओवादी नेताओं से सरेंडर करने और राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद की विचारधारा प्रासंगिकता खो चुकी है। उन्होंने कहा कि वे जंगलों में घूमकर कुछ भी रचनात्मक हासिल नहीं कर सकते।
एसपी ने गुरुवार को चेतावनी दी थी कि आदिवासी समुदायों को धमकाने वाले और बम लगाए जाने का दावा करके कर्री गुट्टा के पास के जंगलों में उनकी आवाजाही को प्रतिबंधित करने का प्रयास करने वाले माओवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शबरीश ने कहा कि आदिवासी लंबे समय से अपनी आजीविका के लिए जंगल पर निर्भर हैं। मवेशी चराना और वनोपज इकट्ठा करना उनके लिए स्वाभाविक गतिविधियां हैं। उन्हें जंगल में भटकना पड़ेगा और मवेशियों को चराने तथा अन्य कामों के लिए जंगल में जाना उनके लिए स्वाभाविक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसी धमकियों से डरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि मुलुगु पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए व्यापक सुरक्षा उपाय कर रही है और इसका दृढ़ता से जवाब देगी।
मुलुगु में 22 माओवादियों के सरेंडर की घटना भद्राद्री कोठागुडेम जिले में पुलिस के समक्ष 86 माओवादियों के सरेंडर के एक सप्ताह से भी कम समय बाद हुई है।
सरेंडर करने वालों में 82 भद्राद्री-कोठागुडेम जिले के थे और चार मुलुगु जिले के थे। पुलिस के अनुसार, वे सभी पड़ोसी छत्तीसगढ़ जिले के बीजापुर जंगलों में सक्रिय थे।
मार्च में 64 माओवादियों ने भद्राद्री-कोठागुडेम पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था। इस साल अब तक राज्य में करीब 250 उग्रवादी सरेंडर कर चुके हैं।