केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्राध्यापक गिरफ्तार…एनएसएस कैम्प में नमाज का मामला…विवेचना के बाद कार्रवाई…वरिष्ठ पुलिस कप्तान की पुष्टि
पुलिस विवेचना में आरोपी प्रोफेसर दोषी...पुलिस ने किया गिरफ्तार

- बिलासपुर— कोनी पुलिस ने केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्राध्यापक को नमाज प्रकरण मामले में गिरफ्तार किया है। मामले में एक सप्ताह पहले ही विश्वविद्यालय के सात प्रध्यापकों समेत आठ लोगों के खिलाफ कोनी थाना में अपराध दर्ज किया गया था। इसमें एक नाम प्रोफेसर दिलीप कुमार झा का भी शामिल था। पुलिस ने दिलीप कुमार झा को देर रात्र हिरासत में लिया। खबर की पुष्टि पुलिस कप्तान ने भी की है।
केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्राध्यापक गिरफ्तार
खबर बड़ी है। पुलिस ने केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्राध्यापक दिलीप झा को नमाज प्रकरण में गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार दिलीप झा समेत कुल आठ लोगों ने शिवतराई में एनएसएस कैम्प के अंतिम दिन सभी छात्रों से नमाज पढवाया था। मामले के खिलाफ कोनी थाना में अपराध दर्ज कराया गया। कई संगठनों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कप्तान समेत थाना में शिकायत की।
तत्कालीन समय दिलीप झा समेत कुल आठ लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज करने के बाद मामले को विवेचना में लिया गया। लगातार खोजबीन कार्रवाई के बाद एनएसएस प्रभारी को पुलिस ने विवेचना में दोषी पाया। देर रात्रि करीब 3 बजे यानी सुबह पुलिस कप्तान के आदेश पर आरोपी प्रोफेसर दिलीप झा को गिरफ्तार किया गया।
बच्चों को डराया धमकाया
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए प्रोफेसर ने बच्चों को डराया धमकाया। पुलिस को समझाने का प्रयास किया कि कई धार्मिक कार्यक्रमों में अलग अलग धर्म के लोग जाते हैं। सभी लोग कार्यक्रम के अनुसार श्रद्धा भाव प्रकट करते हैं। यदि बच्चों ने नमाज पढ़ लिया तो इसमें बड़ी बात नहीं है। अन्दर खाने से मिली खबर के अनुसार विवेचना के दौरान प्राध्यापक ने बच्चों को इस बात के लिए भी धमकाया कि यदि किसी ने उनका नाम लिया तो सर्टिफिकेट रोक देगा। बहरहाल पुलिस ने बच्चों और अन्य लोगों से पूछताछ के बाद दिलीप को गिरफ्तार कर लिया है।
शिक्षण संस्थान पढ़ने लिखने के लिए
मामले में वरिष्ठ पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय पढ़ाई लिखाई करने के लिए होता है। शिक्षण संस्थानों में धार्मिक वैमनस्यता का कोई स्थान नहीं है। बच्चे पढ़ने के लिए जाते हैं। इसलिए इस प्रकार की गतिविधियां गलत है। विवेचना के बाद प्रोफेसर दिलीप झा को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।