Bilaspur

बिलासपुर पुलिस ने बनाया रचा रिकॉर्ड….‘तलाश’ के बाद ‘मुस्कान’ में भी अव्वल … देश के कोने-कोने से 151 बच्चों को खोज निकाला 

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस मुख्यालय, नया रायपुर के निर्देशानुसार पूरे राज्य में जुलाई माह के दौरान चलाए गए ऑपरेशन मुस्कान के अंतर्गत बिलासपुर पुलिस ने उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। अभियान के दौरान जिले से लापता 151 बालक-बालिकाओं को दस्तयाब कर सुरक्षित उनके परिजनों से मिलवाया गया, जिनमें 14 बालक और 137 बालिकाएं शामिल हैं।

इस व्यापक और मानवीय अभियान को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के नेतृत्व में जिले में गंभीरता से अंजाम दिया गया। उन्होंने स्वयं सभी लंबित अपहरण प्रकरणों की समीक्षा कर राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों को संवेदनशील और तकनीकी तौर पर सतर्क रहने के निर्देश दिए

देशभर में चली खोज, राज्यों में भेजी गईं टीमें

बिलासपुर पुलिस ने तकनीकी सहायता और मुखबिर तंत्र को मज़बूत करते हुए कई अपहृत बच्चों के महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों में मौजूद होने की जानकारी जुटाई। इसके बाद थानों की अलग-अलग टीमें बनाकर देशभर में रवाना किया गया, जहाँ से बच्चों को सकुशल बरामद किया गया।

बिछड़े परिजनों से मिला अपनापन, लौटी मुस्कान

कई मामलों में 6 साल, 9 साल और उससे अधिक समय से लापता बच्चे अपने परिवार से मिल पाए। यह पुनर्मिलन न सिर्फ भावुक करने वाला था, बल्कि पुलिस के प्रयासों की मानवीय सफलता का प्रमाण भी बन गया। बच्चों के माता-पिता ने बिलासपुर पुलिस का हृदय से आभार प्रकट किया।

अभियान में शामिल टीमों को मिलेगा पुरस्कार

एसएसपी  रजनेश सिंह ने ऑपरेशन मुस्कान की सफलता के लिए जिले के राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी और विवेचकों की सराहना करते हुए उन्हें शाबाशी दी तथा नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

पहले तलाश अब मुस्कान को में सफ़लता 

जानकारी हो कि जून 2025 में चलाए गए ‘ऑपरेशन तलाश’ के तहत बिलासपुर पुलिस ने 1056 गुम महिला-पुरुषों की दस्तयाबी कर पूरे राज्य में प्रथम स्थान हासिल किया था। ऑपरेशन मुस्कान में भी जिले की यह सफलता *लगातार दो महीनों से बिलासपुर को शीर्ष पर बनाए हुए है।

पुलिस कप्तान ने की जानकारी 

पुलिस कप्तान रजनीश सिंह ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत बिलासपुर जिले से 151 बच्चों की बरामदगी हुई है। सभी बच्चों को विशेष अभियान चलाकर देश के कोने कोने से बरामद किया गया है। बरामद बच्चों में 137 बालिकाएं और 14 बालक शामिल है। बच्चों को महाराष्ट्र, यूपी, गुजरात सहित कई राज्यों से खोज निकाला गया है। इस  बात की खुशी है कि वर्षों से लापता बच्चों को उनके माता-पिता के हवाले किया गया। निश्चित रूप से पुनर्मिलन भावुक क्षण रहा। रजनेश सिंह ने कहा कि इस शानदार काम के लिए मैं अपनी पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। इसके साथ ही सभी लोगों को सम्मानित करने का भी विभाग ने फैसला लिया है ।

Back to top button
close