सरस्वती विद्या मंदिर में एक और हादसा: पांच दिन में तीन छात्र-छात्राओं की बिगड़ी तबीयत, अभिभावकों में गहराई चिंता

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के लखपेड़ाबाग स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में एक के बाद एक स्वास्थ्य संबंधी घटनाओं ने छात्रों और अभिभावकों के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है।
सोमवार को हाई स्कूल के छात्र आदित्य और कक्षा 9 की छात्रा आंशिका अचानक क्लासरूम में बेहोश हो गए। लंच के बाद आदित्य को सीने में तेज दर्द हुआ और वह गिर पड़ा।
इसके कुछ ही समय बाद आंशिका की तबीयत भी अचानक बिगड़ गई और वह भी बेहोश होकर जमीन पर गिर गई।
स्कूल प्रशासन ने तुरंत गंभीर स्थिति को समझते हुए दोनों छात्रों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को नाजुक बताया।
प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक दोनों को हृदय संबंधी समस्या हो सकती है, जिसकी जांच की जा रही है।
इस घटना ने लोगों को उस दर्दनाक हादसे की याद दिला दी जो महज पांच दिन पहले इसी स्कूल में हुआ था।
शुक्रवार को कक्षा 11 की छात्रा नंदिनी वर्मा लंच के दौरान अचानक बेहोश हो गई थी और इलाज के लिए अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया था, जिससे उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था।
एक ही विद्यालय में इतने कम समय के भीतर तीन छात्रों की अचानक तबीयत बिगड़ने की घटनाओं ने अभिभावकों के बीच भय का माहौल बना दिया है।
हालांकि, अब तक की जांच में किसी तरह की लापरवाही या संदिग्ध परिस्थितियां सामने नहीं आई हैं, फिर भी बच्चों की लगातार गिरती तबीयत को लेकर स्कूल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के रवैये पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
अभिभावक अब बच्चों को स्कूल भेजने से पहले सोचने को मजबूर हो गए हैं। स्कूल में छात्रों की सेहत पर इस तरह का असर क्यों पड़ रहा है, इसका स्पष्ट कारण अभी सामने नहीं आया है, लेकिन घटनाएं यह जरूर बता रही हैं कि स्कूलों में छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी और मेडिकल सुविधा की व्यवस्था पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
फिलहाल आदित्य और आंशिका का इलाज लखनऊ के अस्पताल में जारी है और दोनों की हालत पर डॉक्टरों की निगरानी बनी हुई है।