पूर्व मेयर विनोद सोनी बने निगम सभापति….कांग्रेस पार्षद मोहन ने लगाया जिला पंचायत की हार पर मरहम..चुने गए अपीली समिति के सदस्य
अपीली समिति के सदस्य बने कांग्रेस के मोहन श्रीवास

बिलासपुर—शनिवार दोपहर तीन बजे देवकीनंदन दीक्षित सभागार में सर्वसम्मति से निगम सभापति का चुनाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभापति पद के लिए दोनों दलों से मात्र एक प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल किया। चुनाव अधिकारी कलेक्टर अवनीश शरण ने सभापति के लिए पूर्व मेयर विनोद सोनी के नाम का एलान किया। कांग्रेस की तरफ से किसी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया। बहुमत नहीं होने के बावजूद कांग्रेस की तरफ से बयान आया है कि जनादेश का सम्मान करते हैं..इसलिए हमने सभापति पद के लिए प्रत्याशी नहीं उतारा है। लेकिन अपीली समिति में मोहन श्रीवास की निर्विरोध जीत कांग्रेस के लिए जिला पंचायत में सतकली और स्मृति श्रीवास को मिली हार पर मलहम जैसाहै।
पंडित देवकीनन्दन दीक्षित सभागार में निगम सभापति चुनाव कार्यक्रम का आयोजन किया। दोपहर तीन बजे सभापति चुनाव का आयोजन किया गया। भाजपा की तरफ से पूर्व मेयर विनोद सोनी ने नामांकन दाकिल किया। जैसा की अनुमान था वहीं हुआ। कांग्रेस की तरफ से किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया। नामांकन दाखिल करने और नाम वापस लेने का समय निकलने के बाद चुनाव अधिकारी कलेक्टर अवनी शरण ने निगम सभापति के लिए विनोद सोनी की निर्विरोध जीत का एलान किया।
विनोद सोनी की निर्विरोध जीत
जानकारी देते चलें कि निगम चुनाव में भाजपा ने मेयर समेत 49 वार्ड जीतकर निगम में दबदबाया बनाया है। कांग्रेस को मात्र 18 सीट मिले हैं। जबकि तीन निर्दलीय प्रत्याशी जीतकर पहुंचे हैं। जैसा की अनुमान था आज वही हुआ। भाजपा की तरफ से पूर्व मेयर विनोद सोनी ने सभापति पद के लिए नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस ने यह कहते हुए प्रत्याशी नहीं उतारने का एलान किया कि हम जनादेश का पालन करते हैं। पिछली बार भाजपा ने 33 सीट मिलने के बाद भी मेयर प्रत्याशी नहीं उतारा था। इसलिए हमने भी फैसला किया है कि जनादेश के खिलाफ जाकर सभापति के लिए मैदान में प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।
कांग्रेस प्रत्याशी मोहन श्रीवास की जीत
मात्र एक नामांकन फार्म मिलने के कारण वोट नहीं डाला जा सका। चुनाव अधिकारी कलेक्टर अवनीश शरण ने नामांकन दाखिल और वापस लेने का समय खत्म होने के बाद परिणाम का एलान किया। विनोद सोनी को निर्विरोध जीत का निर्णय दिया। कलेक्टर ने जीत का भी प्रमाण पत्र दिया।
हार के बाद हार पर मलहम
इस दौरान चुनाव अधिकारी के निर्देश पर अपीली समिति सदस्य के लिए भी नामांकन दाखिल किया गया। कांग्रेस ने वार्ड क्रमांक 47 के पार्षद मोहन श्रीवास को मैदान में उतारा। लेकिन भाजपा की तरफ से किसी ने नामांकन दाखिल नहीं किया। मतलब भाजपा ने भी कांग्रेसियों का सम्मन करते हुए किसी प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारा। चुनाव अधिकारी ने मोहन श्रीवास को निर्विरोध जीतने का एलान किया। इस तरह निर्विरोध जीत हासिल कर मोहन स्रीवास ने जिला पंचायत में सतकली और स्मृति की हार से कांग्रेस को मिले दर्द पर मलहम लगाने का काम किया।