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क्या कप्तानी से नजरअंदाज होना बना Virat Kholi के टेस्ट संन्यास की वजह? BCCI की कोशिशें जारी

भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल और चर्चित खिलाड़ियों में शामिल Virat Kholi ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले से सभी को चौंका दिया है। यह खबर जैसे ही सामने आई, क्रिकेट जगत में हलचल मच गई। हालांकि, अभी तक Virat Kholi ने सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन BCCI को उन्होंने अपने फैसले के बारे में सूचित कर दिया है। दिलचस्प बात यह है कि बोर्ड इस फैसले को लेकर उन्हें मनाने की लगातार कोशिश कर रहा है। BCCI ने विराट से अनुरोध किया है कि वह एक बार फिर से अपने निर्णय पर विचार करें।

अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर विराट को अचानक से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की जरूरत क्यों पड़ी? क्या इसके पीछे उन्हें नजरअंदाज किया जाना एक बड़ी वजह है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही टेस्ट सीरीज से पहले सेलेक्टर्स विराट को फिर से टीम इंडिया की कमान सौंपने का विचार कर रहे थे। उनका मानना था कि इस फैसले से युवा खिलाड़ी शुभमन गिल को लीडरशिप की जिम्मेदारी के लिए और वक्त मिल जाएगा, क्योंकि गिल अभी 25 साल के हैं और पूरी तरह से अपने करियर के शिखर पर नहीं पहुंचे हैं।

लेकिन एक दूसरी रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि BCCI की पहली पसंद कप्तानी के लिए शुभमन गिल ही थे। बुमराह की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए सेलेक्टर्स गिल को लॉन्ग टर्म कैप्टन के तौर पर देख रहे थे। गिल पहले से ही दो सीजन से IPL में कप्तानी कर रहे हैं और ICC चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया की उप-कप्तानी भी संभाल चुके हैं। माना जा रहा है कि इंग्लैंड सीरीज से शुरू होने वाले नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) साइकिल में गिल को कप्तानी की जिम्मेदारी मिल सकती है।

अगर पहले विराट को कप्तानी की बात कही गई और फिर अचानक से उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया, तो यह बात उनके लिए काफी आहत करने वाली हो सकती है। विराट कोहली हमेशा से ही लीडरशिप रोल में रहे हैं और भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिला चुके हैं। ऐसे में उनका अचानक से पीछे हटना कई सवाल खड़े करता है।

BCCI के एक सूत्र के मुताबिक, जसप्रीत बुमराह की फिटनेस को लेकर बोर्ड भी पूरी तरह से आश्वस्त नहीं है। ऐसे में उन्हें कप्तान बनाने का फैसला टाल दिया गया और वाइस-कैप्टन की भूमिका में भी रखने का कोई फायदा नहीं दिखा। इसी वजह से ऋषभ पंत को उप-कप्तान बनाने की चर्चा तेज हो गई है।

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