Chhattisgarh

CGPSC Scam: सीबीआई की दबिश, पांच जगहों पर रेड

CGPSC Scam: छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) 2021 घोटाले की जांच में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर और महासमुंद के पांच अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की।

यह छापेमारी सुबह से शुरू होकर शाम तक चली, जिसमें सीबीआई टीम ने कई अहम दस्तावेजी और तकनीकी साक्ष्य जुटाए हैं। यह कदम घोटाले में शामिल प्रभावशाली नामों को बेनकाब करने की दिशा में बड़ा संकेत माना जा रहा है।

जांच के दौरान सीबीआई को कंप्यूटर हार्ड डिस्क, मोबाइल फोन, नोट्स और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं जिन्हें अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।

साथ ही, जिन व्यक्तियों पर शक है उनके कॉल डिटेल और बैंक खातों की ट्रांजैक्शन भी जांच के दायरे में हैं। सीबीआई सूत्रों के अनुसार इस घोटाले में जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

CGPSC 2021 परीक्षा में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे थे। दावा किया गया कि तत्कालीन कांग्रेस शासन के दौरान कई नेताओं और अधिकारियों के परिजनों को गलत तरीके से चयनित किया गया। इतना ही नहीं, एक ही परिवार से कई लोगों का चयन भी संदेह के घेरे में है। इन सबके बीच भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही इस घोटाले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था।

अब तक की जांच में पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनके अलावा बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण गोयल, उनके डिप्टी कलेक्टर पद पर चयनित बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका गोयल की भी गिरफ्तारी हो चुकी है।

ताजा छापेमारी महासमुंद में एक डॉक्टर के निवास, एक कोचिंग संस्थान और एक अभ्यारण्य के गेस्ट हाउस में की गई। वहीं राजधानी रायपुर में सिविल लाइन स्थित एक कोचिंग सेंटर और फुल चौक क्षेत्र के एक होटल में भी सीबीआई ने दबिश दी। सूत्रों के मुताबिक इन जगहों पर परीक्षा से पहले छात्रों को ठहराए जाने और तैयारी करवाने को लेकर सबूत जुटाए गए हैं

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