Big news
बनाया नया रिकार्ड..रूबरू होकर बोले सीएमडी..हमने खींची सफलता की नई लकीर..कहा..टीम ने यहा भी मारी बाजी
सीआईएल की पहली सहयोगी कम्पनी, वेकोली ने लहराया सफलता का परचम

नागपुर–वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड ने 2024-25 में रिकार्ड कोयला कर कोल इंडिया को भारी भरकम मुनाफा पहुंचाया है। मामले की जानकारी वेकोलि सीएमडी जे. पी. द्विवेदी ने कार्यक्रम ‘रू-ब-रू’ के माध्यम से दिया। उन्होने इसके लिए वेकोलि परिवार और टीम को बधाई दी है। द्विवेदी ने बताया कि हमने अपने ही पुराने रिकार्ड को ध्वस्त कर कोल जगत को नया रिकार्ड दिया है। निश्चित रूप से इसका श्रेय केवल और केवल हमारे वेकोलि परिवार के टीम वर्क को ही जाता है।
रूबरू कार्यक्रम के दौरान वेस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड के चैयरमैन जेपी द्विवेदी ने बताया कि वेकोलि परिवार ने एक बार फिर नया रिकार्ड स्थापित किया है। ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में कोयला उत्पादन में हमने अपने ही पुराने सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त किया है। वेकोलि परिवार ने एकजुटता दिखालते हुए अब तक का सर्वाधिक कोयला उत्पादन किया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में हमने कोयला उत्पादन के निर्धारित 69 मिलियन टन के खिलाफ जाकर 69.121 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है। निश्चित रूप से कोल इंडिया को भारी भरकम राजस्व का फायदा हुआ है।
जेपी द्विवेदी ने जानकारी दिया कि कोयला प्रेषण और ओबी निष्कासन में भी वेकोलि ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। वर्ष 2024-25 में वेकोलि परिवार ने 68.56 मिलियन टन कोयला की आपूर्ति किया। इसके अलावा 370.141 मिलियन क्यूबिक मीटर ओबी निष्कासन कर कोल जगत में सफलता का परचम लहराया है।
चेयरमैन जे.पी.द्विवेदी ने 1 अप्रैल को आयोजित रूबरू कार्यक्रम में बताया कि वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड यानी वेकोलि ने सीधा संवाद किया। उन्होंने जानकारी दिया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 ने कम्पनी के स्थापना-काल से अब तक का सर्वाधिक कोयला-उत्पादन किया है। इस उपलब्धि के लिए केवल और केवल हमारी मजबूत टीम जिम्मेदार है। टीम को दिल से बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि, सकारात्मक पहल का प्रतिफल है। कमर्शियल कोल ब्लॉक की ई-नीलामी में वेकोलि ने भाग लिया। कम्पनी को दहेगांव मकारधोकड़ा -IV कोल ब्लॉक हासिल करने में सफलता मिली। वेकोलि, कोल इंडिया लिमिटेड की पहली सहयोगी कम्पनी है…जिसने प्रतिस्पर्धात्मक बोली प्रक्रिया के माध्यम से कमर्शियल कोल ब्लॉक हासिल किया ।
सीएमडी ने खनन कार्य में सुरक्षा के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होने बताया कि कोयला खनन प्रक्रिया को अधिक कारगर और सुरक्षित बनाने के लिए वेकोलि ने लगातार हर स्तर पर नई तकनीक को व्यापक स्तर पर अपनाया। 2 अतिरिक्त सरफेस माइनर और योजनाबद्ध तरीके से नियमित अंतराल में 21 नए कन्टिन्यूयस माइनर लगाने की योजना तैयार किया है।
उन्होंने जानकारी दिया कि कोयला प्रेषण की प्रक्रिया में गति लाने की जरूरत है। हम उमरेड क्षेत्र के एमकेडी-III और वणी क्षेत्र की मुंगोली खदान में फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट का कार्य तेज कर दिये है। बल्लारपुर क्षेत्र की सास्ती खदान के लिए भी फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया है। इस वर्ष कम्पनी के उत्पादन में वणी क्षेत्र का सबसे ज्यादा 15.353 मिलियन टन कोयले का योगदान रहा। इसी तरह उमरेड क्षेत्र का 13.177 मिलियन टन और नागपुर क्षेत्र का 11.331 मिलियन टन कोयला-उत्पादन का रिकार्ड बनाया है।
कार्यक्रम ‘रू-ब-रू’ में सीएमडी ने वेकोलि मुख्यालय के उत्कृष्ट कर्मियों को सम्मानित किया गया। क्षेत्रों के उत्कृष्ट कर्मियों के नाम का एलान भी किया। कार्यक्रम में निदेशक तकनीकी (संचालन) अनिल कुमार सिंह, निदेशक (वित्त) बिक्रम घोष, निदेशक तकनीकी (योजना एवं परियोजना) आनंदजी प्रसाद, निदेशक (कार्मिक) डॉ हेमंत शरद पांडे तथा मुख्य सतर्कता अधिकारी अजय मधुकर म्हेत्रे की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम में अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। रूबरू कार्यक्रम का यू-ट्यूब चैनल से वेबकास्ट किया गया।
Join WhatsApp Group यहाँ क्लिक करे