लाखों की डकैती…बीएसएफ सुबेदार डकैती ने दिया अंजाम..बिलासपुर का निकला कनेक्शन…पुलिस का खुलासा..इंजेक्शन लगाकर आरोपियों ने दिया घटना को अंजाम
पीड़ित का आरोपी सुबेदार से पारिवारिक रिश्ता..

रायपुर—रायपुर पुलिस ने 11 फरवरी को डकैती मामले का खुलासा करते हुए आधा दर्जन से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया है कि आरोपियों से 59 लाख 50 हजार रुपए नगद, सोने के आभूषण और दो कार बरामद किया है। इसके साथ ही बड़ा खुलासा किया है कि डकैती का मास्टर माइंड बीएसएफ का सूबेदार है।
पिस्टल दिखाया, हाथ पैर बांधा,इंजेक्शन लगाया
पत्रकारों को पुलिस ने बताया कि अनुपम नगर निवासी मनोहरण वेलू ने खम्हारडीह थाना पहुंच कर डकैती का रिपोर्ट कराया । पी़ड़ित ने बताया कि अनुपम नगर के नंबर डी-14 में किराये के मकान में बहन प्रेमा वेलू और रंजनी वेलू के साथ रहता है। 11 फरवरी की दोपहर लगभग 2ः30 बहनों के साथ घर में थे। इसी समय दो व्यक्ति फौजी वर्दी में घर में दाखिल हुए। दोनों का मुंह रूमाल से ढका था। आरोपियों ने आते ही कहा कि आपने कोई कम्प्लेन किया है। मामले में बातचीत करने आए है।
बातचीत के दौरान बाहर से घर अंदर एक और व्यक्ति दाखिल हुआ..उसने नीला रंग का पैंट पहना था। उसके मुंह पर भी रूमाल बंधा था। से मुंह को ढका हुआ था। इसी बीच एक वर्दी वाला व्यक्ति नीला रंग का पैंट पहना व्यक्ति उसके साथ धक्का मुक्की करने लगा। दोनो ने मिलकर जमीन पर गिराया। मौके पर मौजूद दूसरा वर्दीधारी घर के अंदर से सफेद रंग का टावेल लाया और पैर बांधा। बिना वर्दी वाला व्यक्ति ने सफेद रंग के टेप से उसके हाथ को बांध दिया और मुंह में टेप लगा दिया।
इसके बाद वर्दी पहने एक व्यक्ति ने पिस्टल दिखाते हुए कहा कि आवाज करने पर जान से मार देगा। और पास में एक अन्य आदमी को खड़ा कर दिया। कुछ समय में ही बाहर से मुंह में रुमाल बांधे एक पुरूष और पीले रंग की सलवार पहनी महिला दाखिल हुई। प्रेमा और रंजनी के रूम में चली गयी। कुछ देर बाद पांचो व्यक्ति घर से चले गये। बाहर से दरवाजे का कुण्डी भी लगा दिया।
पट्टी काटकर बहनों की खोज खबर
आरोपियों के जाने के बाद अपने हाथ में बंधे टेप को किसी तरह निकाला । मुंह में लगे टेप और पैर में बंधे टावेल को खोला। बगल के रूम में जाकर रंजनी के मुंह और हाथ में लगे टेप को खोला। रंजनी बताई कि एक व्यक्ति पिस्टल से जान से मारने की धमकी देकर मुंह और हाथ में टेप लगाकर उसके बांये बांह में इंजेक्शन लगाया । इसके बाद बेडरूम में गुलाबी रंग के बैग में रखें 60 लाख रूपये और काले रंग के बैग में रखें 5 लाख रूपये को अपने हाथ मे लिया।
इसी तरह दूसरी बहन प्रेमा ने बताया कि एक व्यक्ति उसका मुंह दबाया और पिस्टर दिखाकर जान से मारने की धमकी दिया। दाहिना बांह में दो बार इंजेक्शन लगाया। महिला ने उसके गले में पहने सोने की चैन को छीन लिया। आलमारी खोलकर दो नग सोने के चैन और 25000 रूपये नगद पर हाथ साफ किया। पीड़ित ने बताया कि इसके अलावा आरोपियों ने रजनी की 3 नग मोबाईल को भी लूटा है।
65 लाख नगद समेत सोना की लूट
चारो अज्ञात नकाबपोश पुरूष और महिला ने कुल 65,25,000 नगद रकम, तीन नग सोने की चैन करीब 6 तोला और तीन नग मोबाईल पार किया है। कुल मिलाकर आरोपियों ने लगभग 66,00,000 कीमती सामान पर हाथ साफ किया है। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर धारा 310(2), 331(5), 123, 351(3) बी.एन.एस. 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया।
दस अलग अलग टीम का गठन
थाना पुलिस ने मामले की जानकारी तत्काल पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा को दी। मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी ने पुलिस अधिकारियों को खोजबीन कर तत्काल गिरफ्तारी का आदेश दिया। आईजी के निर्देश पर क्राईम ब्रांच की 10 विशेष अलग अलग टीम का गठन किया गया। टीम के सदस्यों ने घटना स्थल पहुंचकर निरीक्षण किया। पीड़ित सदस्यों का बयान लिया। साथ ही तत्काल शहर के सभी थानों और सरहदी जिलों में नाकेबंदी का आदेश दिया
क्राईम ब्रांच की टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगाला। सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को पीले रंग की सलवार शूट में देखा गया। महिला मुंह में स्कार्फ बांधी है। 4 पुरूषों में 2 लोग काम्बेट ड्रेस और 2 सामान्य कपड़े पहने है। सभी एक सफेद रंग की बिना नंबर की रिज्ड कार से घटना स्थल आए। बारी-बारी से सभी आरोपी प्रार्थी के घर अंदर प्रवेश किये। घटना को अंजाम देकर फरार हो गये।
सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया
घटना के बाद से संदेही वाहन के आने-जाने वाले मार्गो में लगे हजारों सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगाला गया। इसी दौरान पुलिस टीम को जानकारी मिली कि सीसीटीवी से बरामद फुटेज से मिलता जुलता वाहन देखा गया है। सभी टीम को तत्काल वाहन की दिशा में दौड़ाया गया। अमलेश्वर, मोतीपुर, पहंदा, महोदा, परसदा, पाटन, उतई, फुण्डा आदि स्थानों पर टीमों को भेजा गया। इस दौरान जगह जगह लगी सी.सी.टी.व्ही. फुटेज को भी खंगाला गया।
साक्ष्य एकत्रित करने के दौरान जानकारी मिली कि आरोपियों ने घटना के दौरान एक अल्टो कार का उपयोग किया है। कार में संदेही महिला दिखायी दे रहीं है। जानकारी के बाद पुलिस ने वाहन का राजनांदगांव तक पीछा किया। पुलिस को जानकारी मिली कि वाहन किसी राहुल त्रिपाठी की है। राहुल त्रिपाठी मनकी का रहने वाला है। वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशानुसार टीम ने लगातार रेकी कर सुनियोजित योजना तैयार किया गया। इसके बाद राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, नागपुर, बलौदा बाजार और रायपुर में जगह जगह धावा बोला। दबिश देकर संदेहियों को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान संदेहियों ने घटना को अंजाम देना कबूल किया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि लूट के बाद रकम को आपस में बांट लिया है। मोबाईल और घटना के समय पहने कपड़ो को रास्ते में फेंक दिया है।
बीएसएप सुबेदार निकला मास्टमाइंड
रायपुर पुलिस ने पत्रकार वार्ता में बताया कि ए.सोम शेखर बी.एस.एफ. से सूबेदार के पद से 2011 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति हुआ। वर्तमान में रियल हेल्प नामक एन.जी.ओ. से जुड़ा है। जमीन की दलाली करता है। छानबीन के दौरान जानकारी मिली कि सुबेदार का पीड़ित परिवार से घरेलू संबंध है। इसलिए उसे पीड़ित परिवार की एक एक गतिविधियों की जानकारी थी। पुलिस के अनुसार आरोपी ए.सोम शेखर ने डकैती की योजना तैयार किया। योजना की जानकारी पेशे से मिस्त्री देवलाल वर्मा और पेशे से ड्रायवर कमलेश वर्मा को दिया।
आरोपियों ने तैयार किया किया टीम
योजना के मुताबिक देवलाल वर्मा और कमलेश वर्मा को सुबेदार ने जमीन खरीददार बताकर प्रार्थी के घर को दिखाया था। उन्हें घर में रखें नगदी रकम और रकम रखने के स्थान की जानकारी दी थी। देवलाल वर्मा और कमलेश वर्मा ने अपने परिचित पुरूषोत्तम देवांगन को योजना के बारे में बताया। इसके अलावा घटना को अंजाम देने के लिए दोनो आरोपियों ने अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी, नेहा त्रिपाठी, नागपुर महाराष्ट्र निवासी शाहिद पठान और पिटू सारवान के अलावा बिलासपुर निवासी मनुराज मौर्य को योजना में शामिल किया।
योजना के अनुसार डकैती के पहले पुरूषोत्तम देवांगन ने अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी और नेहा त्रिपाठी को पीड़ित का मकान दिखाया। घटना की तारीख के बाद बिलासपुर और नागपुर से आरोपियों को रायपुर बुलाकर योजना के अनुसार 11 फरवरी को राहुल त्रिपाठी और नेहा त्रिपाठी अपने अल्टो कार से झीठ आये। राहुल त्रिपाठी और अल्टो कार को वही पर छोड़ दिये। सभी मोबाईल फोन को स्वीच ऑफ किया। इसके बाद बिना नंबर की रिज्ड कार में पांचो आरोपी रायपुर पहुंचकर डकैती की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कब्जे से डकैती की नगदी रकम 59,50,000 लाख रूपया बरामद किया है। साथ ही सोने के आभूषण, घटना में प्रयुक्त रिज्ड कार और अल्टो कार को बरामद किया है।
गिरफ्तार आरोपियों का नाम पता ठिकाना
1). अजय ठाकुरनिवासी ग्राम और पोस्ट मर्रा, तहसील और थाना पाटन जिला दुर्ग। हाल पता रिसाली सेक्टर थाना सेक्टर 6 भिलाई
2) राहुल त्रिपाठी निवासी ग्राम- पोस्ट टाडा बडहलगंज जिला गोरखपुर,हाल पता दीनदयाल आवास मनकी राजनांदगांव।
3) नेहा त्रिपाठी निवासी ग्राम- पोस्ट टाडा बडहलगंज थाना डहलगंज गोरखपुर, हाल पता दीनदयाल आवास मनकी राजनांदगांव।
4) देवलाल वर्मा वासी राज वाटिका बी-01 सेमरिया थाना विधानसभा रायपुर।
5) पुरूषोत्तम देवांगन निवासी टोडोपार चौक आरामील के सामने ग्राम अमेरा थाना पलारी जिला बलौदा बाजार।
6). ए. सोम शेखर निवासी एल.आई.जी. 197 जनता कालोनी सेवा सदन वृद्ध आश्रम के पास गुढियारी थाना गुढियारी रायपुर।
7). शाहिद पठान निवासी मोहम्मद अली चौक भल्दरपुरा थाना गणेश पेट नागपुर महाराष्ट्र। हाल पता थाना कलमना महाराष्ट्र।
8). पिंटू सारवाननिवासी देवकर बस स्टैंड के पास थाना देवकर जिला बेमेतरा,हाल पता नगर थाना कलमना महाराष्ट्र।
9). मनुराज मौर्य निवासी उपासना ऑटो पाटर््स, मौया काम्प्लेक्स, गुरुनानक चौक तोरवा थाना तोरवा जिला बिलासपुर।
10) कमलेश वर्मा निवासी ग्राम बडगांव थाना मंदिर हसौद जिला रायपुर। हाल पता – कबीर नगर तिरंगा रायपुर।