
नूंह (हरियाणा)…हरियाणा के नूंह जिले से रिश्तों को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है, घटना ने समाज को अचंभित कर दिया है। एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़का अपनी 40 वर्षीय सौतेली मां को लेकर फरार हो गया है.., और दोनों ने कोर्ट में जाकर विवाह भी कर लिया है। मामला अब पूरे इलाके में चर्चा और विवाद का विषय बना हुआ है।
पति ने सीएम विंडो पर भी लगाई गुहार
अजीबो-गरीब मामला नूंह जिले के पुन्हाना थाना क्षेत्र अंतर्गत बांस दल्ला गांव का है। पीड़ित पति रामकिशन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री को सीएम विंडो के माध्यम से पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि पहली पत्नी की मृत्यु के बाद करीब 15 साल पहले फिरोजाबाद की एक महिला से दूसरा विवाह किया .., जिससे उन्हें एक बेटी भी है।
रामकिशन के अनुसार, उनका बेटा पहले ननिहाल में रहा करता था, हाल ही में घर लौटा । वह सौतेली मां को अपनी सगी मां जैसा सम्मान देता था..,पैर छूता था, सेवा करता था। लेकिन इसी रिश्ते ने एक दिन ऐसा मोड़ ले लिया, जिसकी किसी को कल्पना नहीं थी।
बेटा- मां का संबंध, 3 महीने से लापता
रामकिशन का आरोप है कि लगभग तीन महीने पहले उनका बेटा और पत्नी अचानक घर से गायब हो गयी.., जाते-जाते 50,000 रुपये नकद, सोने-चांदी के गहने और अन्य कीमती सामान भी साथ ले गए। परिवार ने पहले उन्हें ढूंढने की कोशिश की, लेकिन सुराग नहीं मिला तो थाने का चक्कर लगाने और गुहार लगाने की नौबत आई।
पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा
पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि दोनों ने कोर्ट में शादी कर ली है। लड़के ने कोर्ट में अपनी उम्र 18 वर्ष से अधिक दिखाते हुए दस्तावेज पेश किए हैं, जिसके आधार पर विवाह को वैध माना गया है। हालांकि, परिवार और सरकारी रिकॉर्ड में वह नाबालिग है, इसलिए मामला कानूनी पेचीदगियों से घिर गया है।
सामाजिक और कानूनी बहस को जन्म
यह मामला समाज में रिश्तों की परिभाषा और मर्यादाओं पर गहरे सवाल खड़े कर रहा है। क्या यह स्वेच्छा से लिया गया फैसला है या मानसिक भ्रमित अवस्था में उठाया गया कदम — यह पुलिस जांच का विषय है। वहीं, पीड़ित रामकिशन का आरोप है कि यह सब साजिश के तहत हुआ है और उनकी गृहस्थी उजाड़ दी गई है।
पीड़ित को न्याय की आस
पुलिस ने रामकिशन की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। अधिकारियों का कहना है कि दस्तावेजों की सत्यता की जांच की जा रही है और यदि लड़के की उम्र वाकई 18 वर्ष से कम पाई जाती है, तो POCSO एक्ट और अन्य धाराओं के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।