फूड पॉइजनिंग: जंगली ‘फुटू’ खाने से 13 आदिवासी अस्पताल में भर्ती

बालोद… बालोद जिले के डौंडीलोहारा ब्लॉक के ग्राम मुड़खुसरा में एक ही परिवार के 13 सदस्य फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। घटना की वजह बनी पैरा के ढेर पर उगा ‘फुटू’ (जंगली मशरूम), जिसकी सब्जी खाकर परिवार की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
घटना कैसे हुई?
गांव के हल्बा परिवार ने अपने घर के पास रखे पैरा के ढेर पर उगे जंगली मशरूम को इकट्ठा कर सब्जी बनाई। ग्रामीणों के अनुसार, फुटू की मात्रा कम थी, इसलिए सभी ने थोड़ा-थोड़ा ही खाया।लेकिन भोजन के दो घंटे बाद ही उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायतें शुरू हो गईं। हालत बिगड़ते देख सभी पीड़ितों को तत्काल डौंडीलोहारा के शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महिलाएं और बच्चे अधिक प्रभावित
फूड पॉइजनिंग का असर मुख्य रूप से महिलाओं और बच्चों पर पड़ा क्योंकि उन्होंने ही फुटू की सब्जी खाई थी। वहीं, परिवार के पुरुष सदस्य अपने-अपने कार्यों में व्यस्त थे और उन्होंने यह सब्जी नहीं खाई थी, जिससे वे इस प्रभाव से बचे रहे।
चिकित्सकों की तत्परता से बची जान
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद चौरका ने बताया कि सभी पीड़ितों को समय रहते अस्पताल लाया गया और समुचित इलाज शुरू किया गया, जिससे उनकी स्थिति अब सामान्य है।
डॉ. चौरका ने आशंका जताई कि फुटू की यह किस्म संभवतः जहरीली थी, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बनी। उन्होंने लोगों से अपील की कि जंगली मशरूम या अज्ञात वनस्पति का सेवन करने से पहले सतर्कता बरतें, क्योंकि सभी प्रकार के फुटू खाने योग्य नहीं होते।