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मावा मंडी में 1 हजार 380 किलो मिलावटी मावा नष्ट, खाद्य सुरक्षा दल ने बड़ी कार्रवाई को दिया अंजाम

जयपुर। त्योहारी सीजन में मिलावटी मिठाइयों और मावे की बिक्री पर रोक लगाने के उद्देश्य से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण विभाग ने सोमवार को जयपुर में मावा मंडी, शास्त्री नगर में बड़ी कार्रवाई की । “शुद्ध आहार–मिलावट पर वार” अभियान के तहत इस संयुक्त अभियान का नेतृत्व संयुक्त आयुक्त (खाद्य सुरक्षा) डॉ. विजय प्रकाश एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जयपुर प्रथम, डॉ. रवि शेखावत ने किया। कार्रवाई आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण डॉ. टी. शुभमंगला के निर्देशन में की गई।
कार्रवाई सुबह 7:30 बजे से प्रारंभ हुई। टीम ने मावा मंडी क्षेत्र में स्थित एक दर्जन से अधिक प्रतिष्ठानों और गोदामों की गहन जांच की। मौके पर खड़े दो पिकअप वाहनों और एक महिंद्रा जीप में रखे मावे के नमूनों की जांच के दौरान 12 व्यापारियों से कुल 13 नमूने एकत्र किए गए।
जांच के दौरान मावे की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई। प्रारंभिक जांच में मावा मिलावटी पाए जाने पर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लगभग 1 हजार 380 किलोग्राम मावा मौके पर ही नष्ट करवाया। यह विशेष अभियान शाम 6 बजे तक लगातार जारी रहा। इस दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने विभिन्न दुकानों पर मावे की गुणवत्ता, भंडारण की स्वच्छता, बिक्री बिल, लेबलिंग और अन्य मानकों की जांच की।
अभियान में खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री विनोद कुमार शर्मा, श्री वीरेंद्र कुमार सिंह एवं श्री नरेश कुमार चेजारा सक्रिय रूप से शामिल रहे। यह कार्रवाई स्वास्थ्य सुरक्षा और उपभोक्ता संरक्षण की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विभाग ने स्पष्ट किया है कि त्योहारी अवसरों पर मिलावट के किसी भी प्रयास को बख्शा नहीं जाएगा। सभी जिलों में इसी प्रकार की अचानक जांच कार्रवाइयां और निगरानियां निरंतर जारी रहेंगी। आयुक्त डॉ. टी. शुभमंगला ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। प्रदेशभर में चलाए जा रहे ‘शुद्ध आहार–मिलावट पर वार’ अभियान के तहत दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्त आयुक्त डॉ. विजय प्रकाश ने बताया कि आने वाले दिनों में मिठाई निर्माण इकाइयों, डेयरी उत्पाद विक्रेताओं और नमकीन निर्माण इकाइयों पर भी विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। विभाग ने सभी खाद्य व्यवसाय संचालकों को चेतावनी दी है कि वे लाइसेंस शर्तों और गुणवत्ता मानकों का सख्ती से पालन करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रवि शेखावत ने बताया कि विभाग न केवल कार्रवाई कर रहा है बल्कि जनजागरूकता गतिविधियां भी संचालित कर रहा है, ताकि उपभोक्ता मिलावट के प्रति सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि नागरिकों को भी संदिग्ध खाद्य पदार्थों की सूचना विभाग के हेल्पलाइन नंबर या जिला कार्यालय को देनी चाहिए।
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