CG NEWS:सीयू प्रोफेसर की गिरफ्तारी के विरोध में छात्रों ने किया प्रदर्शन, कहा- फेक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं

CG NEWS:बिलासपुर ।गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में कथित तौर पर जबरिया नमाज पढ़ाने के मामले में एनएसएस के कोऑर्डिनेटर प्रोफ़ेसर दीपक झा की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में शुक्रवार को नया मोड़ आया। जब एनएसएस कैंप में शामिल छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप को बी बुनियाद और निराधार बताया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का यह भी कहना था कि मामले को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जा रहा है। इस मामले में विश्वविद्यालय की ओर से बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट भी अब तक नहीं आई है।
शुक्रवार को गुरु घसीदास विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने कुलपति के नाम एक ज्ञापन भी सोपा है। जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से शिवतराई कोटा में 26 मार्च से 1 अप्रैल तक सात दिवसीय शिविर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस शिविर में कुल 159 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया था। जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह निराधार और बेबुनियाद है। शिविर के दौरान हमने सर्वधर्म समभाव के तहत सभी धर्म का सम्मान किया। शिविर में सभी विद्यार्थियों ने हंसी-खुशी और पूर्ण सहभागिता के साथ गतिविधियों में भाग लिया। जो विरोध कर रहे हैं वे एनएसएस और विश्वविद्यालय की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे बेवजह के विवादों से हम सभी आहत हैं। हमारे बीच के आपसी सद्भाव और भाईचारे को खत्म करने की साजिश है। मीडिया द्वारा चलाई जा रही बातें भी बुनियाद और निराधार है। हम सभी इन आरोपों की भर्तसना और कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने कुलपति से अनुरोध किया है कि इस विषय पर गंभीरता और तथ्यात्मक रूप से जांच की जाए और उचित कार्यवाही की जाए।
प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रबंधन ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की थी। इस कमेटी की रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। छात्रों ने मीडिया से यह भी कहा कि एनएसएस कैंप में किसी के साथ कोई जबरदस्ती नहीं की गई। सभी छात्र-छात्राओं को विकल्प दिया गया था। प्रदर्शन कर रहे छात्रों से जब मीडिया ने पूछा कि इस मामले में प्रदर्शन करने में देरी क्यों हुई, तो उनका कहना था कि उन्हें उम्मीद थी कि फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। वे इस कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे थे ।