Gold-Silver Price Surge: रिकॉर्ड ऊंचाई पर चांदी, सोने की कीमतों में भी जबरदस्त उछाल, जानें तेजी की असली वजह

Gold-Silver Price Surge: सोने और चांदी की कीमतों में बीते चार कारोबारी सत्रों से लगातार तेजी देखी जा रही है, जिससे सर्राफा बाजार में हलचल मच गई है।
खास बात यह है कि इस तेजी के पीछे न युद्ध की कोई बड़ी घटना है और न ही किसी नई भू-राजनीतिक तनातनी का असर। इसके बावजूद चांदी ने रिकॉर्ड स्तर छू लिया है और सोने की कीमतें भी ₹1,01,000 के पार पहुंच चुकी हैं।Gold-Silver Price Surge
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को चांदी की कीमत 4,000 रुपए की जोरदार बढ़त के साथ ₹1,18,000 प्रति किलोग्राम के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।
बीते केवल तीन कारोबारी दिनों में चांदी की कीमतों में कुल ₹7,500 का इजाफा हो चुका है, जो इंडस्ट्री डिमांड के कारण हुआ है। वहीं सोना लगातार चौथे दिन चढ़ा और 99.9 फीसदी शुद्धता वाला गोल्ड ₹1,000 की तेजी के साथ ₹1,01,020 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका और यूरोपीय संघ के बीच ट्रेड डील में हो रही देरी और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की अनिश्चितता ने निवेशकों के बीच चिंता को बढ़ा दिया है।
यही कारण है कि निवेशक अब सुरक्षित निवेश के विकल्प की ओर रुख कर रहे हैं, जिसमें गोल्ड और सिल्वर सबसे प्रमुख हैं। बढ़ती वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और व्यापारिक तनावों की वजह से दोनों धातुओं की मांग तेजी से बढ़ी है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी यह रुझान साफ नजर आया। सितंबर डिलीवरी के लिए चांदी वायदा ₹896 की छलांग लगाकर ₹1,16,551 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो नया रिकॉर्ड है।
हालांकि, सोने के अगस्त वायदा भाव में ₹24 की मामूली गिरावट आई और यह ₹1,00,305 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
वैश्विक बाजारों में भी हलचल बनी हुई है। हाजिर सोना 0.26% गिरकर $3,422.87 प्रति औंस पर रहा, जबकि हाजिर चांदी 0.26% बढ़कर $39.39 प्रति औंस पर पहुंच गई।
विश्लेषको का मानना है कि अगर अमेरिका और यूरोप के बीच 1 अगस्त से पहले व्यापार समझौते को लेकर स्पष्टता नहीं आती, तो सोने और चांदी की कीमतों में आने वाले समय में और भी तेजी देखी जा सकती है।