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CG NEWS:खरगे की किसान, जवान और संविधान बचाओ महारैलीः “भारी” बारिश पर “भारी” पड़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश

CG NEWS:रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने “किसान, जवान और संविधान बचाओ रैली” को संबोधित किया। भारी बारिश के बावजूद, जिसमें सभा स्थल साइंस कॉलेज मैदान में पानी भर गया था, बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता उपस्थित रहे, जिसने पार्टी के कार्यकर्ताओं के जोश और समर्पण को प्रदर्शित किया।

मंच पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, और एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल सहित कई बड़े नेता उपस्थित थे।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने अपने संबोधन में बताया कि डेढ़ साल की वर्तमान सरकार ने छत्तीसगढ़ को बर्बाद कर दिया है। उन्होंने किसानों की बदहाली, युवाओं की बेरोजगारी और शिक्षा विभाग में 10,463 स्कूलों को बंद करने के सरकार के निर्णय पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार 67 नई शराब की दुकानें खोल रही है, जबकि स्कूल बंद हो रहे हैं। बैज ने यह भी कहा कि सरकार ने बस्तर से लेकर सरगुजा तक आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन और खनिज संसाधनों को निजी उद्योगपतियों को सौंप दिया है। उन्होंने हसदेव और तमनार में पेड़ों की कटाई और रेत माफिया के चरम पर होने की बात भी कही। बैज ने 2028 में सरकार बदलने के संकल्प के साथ कार्यकर्ताओं के अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प की सराहना की, जो बाढ़ग्रस्त नदियों और बंद सड़कों के बावजूद रैली में शामिल हुए।

पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भाजपा सरकारों पर किसानों के लिए डीएपी खाद की अनुपलब्धता का आरोप लगाया और उन्हें “किसान विरोधी” बताया। उन्होंने अग्निवीर योजना पर भी सवाल उठाए और कहा कि संविधान की सुरक्षा आज सबसे बड़ा दायित्व है, क्योंकि इसकी सुरक्षा खतरे में है। पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने भी डीएपी खाद की बाजार में ऊँची कीमतों और बिजली की कमी के कारण धान की फसल के नुकसान का मुद्दा उठाया। उन्होंने सेना में जवानों की कमी, अग्निवीर योजना की आलोचना की, और ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स और चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं के “अपमान” पर प्रकाश डाला।

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी में भाषण दिया । उन्होने बताया कि प्रदेश में कांग्रेस शासनकाल में जितनी जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की गईं थी, उन्हे मौजूदा बीजेपी सरकार ने बंद कर दिया ङा । कांग्रेस लगातार जनता से जुड़े मुद्दे उठा रही है और लोग भी महसूस कर रहे हैं।

नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने मल्लिकार्जुन खरगे के दलित पृष्ठभूमि से आने और बचपन के संघर्षों पर प्रकाश डाला। उन्होंने 3 दिसंबर, 2023 के विधानसभा चुनाव परिणामों के तुरंत बाद हसदेव और तमनार में पेड़ों की कटाई के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार की आलोचना की, इसे “आका का हुकुम” बताया। उन्होंने तेंदूपत्ता खरीदी में आदिवासियों को हुए नुकसान और 19 महीनों में एक भी वन अधिकार पट्टे का वितरण न होने पर भी खेद व्यक्त किया। भूपेश बघेल ने खरगे और राहुल गांधी के नेतृत्व में राष्ट्रीय संकट (जैसे पहलगाम की घटना) के दौरान देश को एकजुट रखने में उनके योगदान पर जोर दिया। उन्होंने डबल इंजन सरकार को स्कूली शिक्षा और किसान कल्याण को बर्बाद करने के लिए दोषी ठहराया, विशेष रूप से खाद की कमी और फर्जी धान खरीदी के लिए।

प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी  सचिन पायलट ने भारी बारिश के बावजूद कार्यकर्ताओं की मजबूत उपस्थिति को सलाम किया और इसे सरकार के लिए “आईना दिखाने” वाला बताया। उन्होंने डेढ़ साल की राज्य सरकार पर नौकरियां, स्कूल, और खाद बंद करने का आरोप लगाया, जबकि महंगाई और भ्रष्टाचार बढ़ रहे हैं। पायलट ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कोई वास्तविक सरकार नहीं है, दिल्ली के आदेश से सब चल रहा है। उन्होंने 2028 के चुनाव में 2018 जैसी एकजुटता से लड़ने और भारी बहुमत से सरकार बनाने का आह्वान किया।

कांग्रेस अध्यक्ष  मल्लिकार्जुन खरगे ने फरवरी 2023 में रायपुर में उनके कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन को अनुमोदित करने के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने दावा किया कि रायपुर से बुलंद “सामाजिक न्याय” के नारे ने 2024 में मोदी सरकार के अहंकार को तोड़ा, और अब भाजपा अल्पमत में है, जो “दो टांगों पर चल रही है” (टीडीपी और नीतीश कुमार)। खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी और शाह ने कांग्रेस के महाअधिवेशन को विफल करने के लिए ईडी और इनकम टैक्स के छापे डलवाए और पार्टी नेताओं को डराने की कोशिश की।

खरगे ने “जल, जंगल और जमीन” को बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया, आरोप लगाया कि अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपति इन संसाधनों पर कब्जा कर रहे हैं, और अमित शाह की बार-बार की यात्राएं खनिजों की लूट से संबंधित हैं।

उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को मोदी और शाह का “गुलाम” और “कठपुतली” करार दिया, इसे छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान का अपमान बताया। उन्होंने कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं जैसे धान का एमएसपी बढ़ाना, कर्ज माफी, स्वामी आत्मानंद स्कूल, हाट बाजार क्लीनिक आदि को याद दिलाया, और आरोप लगाया कि भाजपा ने आते ही इन सभी योजनाओं को बंद कर दिया है। खरगे ने मोदी को “झूठों का सरदार” कहा, क्योंकि उन्होंने 15 लाख, 2 करोड़ नौकरियों, और एमएसपी दोगुना करने जैसे वादे पूरे नहीं किए। उन्होंने भाजपा के “डबल इंजन” के नारे को भी खारिज कर दिया, इसे “गुलामी” बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने 67 नई शराब की दुकानें खोली हैं और एससी, एसटी, ओबीसी को आरक्षण देने का बिल पास होने के बावजूद लागू नहीं किया है।

खरगे ने मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया और भाजपा के संविधान में “धर्मनिरपेक्षता” और “समाजवाद” शब्दों के होने का हवाला देकर उनके इन शब्दों को हटाने के प्रयासों को चुनौती दी। उन्होंने बिहार और महाराष्ट्र में मतदाता सूची में हेरफेर का भी आरोप लगाया। अंत में, उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट रहने और संविधान व देश की रक्षा के लिए लड़ने का आह्वान किया।

रैली ने भारी बारिश के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मनोबल और दृढ़ संकल्प को उजागर किया, जो आगामी राजनीतिक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार दिख रहे हैं।

 

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