CG Cabinet Expansion: Rajesh Agrawal की ऐतिहासिक जीत… TS Singhdeo को हराकर लिखी नई राजनीतिक इबारत

CG Cabinet Expansion: छत्तीसगढ़ में लंबे इंतजार के बाद कैबिनेट विस्तार होने की अटकलों पर विराम लग गया है. प्रदेश को 20 अगस्त को नए मंत्री मिलने वाले हैं. यानी मंत्रिमंडल विस्तार होने वाला है. नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के लिए राजभवन सज चुका है. अधिसूचना जारी कर सभी विधायकों को सुबह 10.30 बजे राजभवन आने के लिए आमंत्रण भी भेज दिया गया है.
इस बीच सबके मन में सवाल है कि आखिर किन नए विधायकों की कैबिनेट में एंट्री होने वाली है. कौन हैं वो विधायक, जो मंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं.
इसी कड़ी में सरगुजा से राजेश अग्रवाल का नाम आगे है।Chhattisgarh की राजनीति में 2023 का विधानसभा चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। सबसे बड़ा उलटफेर सरगुजा जिले की Ambikapur सीट पर हुआ, जहां कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व डिप्टी सीएम TS Singhdeo को भाजपा प्रत्याशी राजेश अग्रवाल ने हराकर राजनीतिक हलचल मचा दी।
महज 94 वोटों से मिली इस जीत ने न सिर्फ Ambikapur की सियासत बदल दी बल्कि प्रदेश की राजनीति में भी एक नया अध्याय जोड़ा।
Rajesh Agrawal का जन्म 1 जून 1967 को सरगुजा जिले के लखनपुर में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय चांदीराम अग्रवाल एक प्रतिष्ठित व्यापारी थे, जबकि माता बीरमा देवी अग्रवाल घरेलू महिला रहीं।
मारवाड़ी समाज से ताल्लुक रखने वाले अग्रवाल परिवार का व्यवसाय और कृषि से गहरा जुड़ाव है। राजेश अग्रवाल की पत्नी सुनीता अग्रवाल भी व्यवसाय और खेती-किसानी में सक्रिय हैं। उनके दो बच्चे हैं—एक पुत्र और एक पुत्री।
शिक्षा की बात करें तो Rajesh Agrawal ने लखनपुर हायर सेकेंडरी स्कूल से माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के अंतर्गत हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह पारिवारिक व्यवसाय और सामाजिक कार्यों में जुट गए।
राजनीतिक करियर की शुरुआत उन्होंने साल 2002 में की, जब वे ग्राम पंचायत कुंवरपुर में उपसरपंच चुने गए। इसके बाद 2009 में नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ा, लेकिन महज 1 वोट से हार गए। हार के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और 2014 में कांग्रेस से टिकट पाकर नगर पंचायत लखनपुर के अध्यक्ष बने।
2017 में आंतरिक मतभेद और TS Singhdeo से दूरी के चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया।
हालांकि 2018 में उन्हें टिकट नहीं मिला, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन पर भरोसा जताया और अंबिकापुर से उम्मीदवार बनाया।
इस चुनाव में राजेश अग्रवाल ने सभी समीकरणों को ध्वस्त कर टीएस सिंहदेव को 94 वोटों से पराजित किया।
अग्रवाल को 90,780 मत मिले, जबकि सिंहदेव को 90,686 वोटों पर संतोष करना पड़ा। यह जीत न केवल भाजपा के लिए मनोबल बढ़ाने वाली साबित हुई बल्कि अंबिकापुर के मतदाताओं के लिए भी एक ऐतिहासिक फैसला बन गई।
राजेश अग्रवाल की कुल संपत्ति चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र के अनुसार लगभग 10 करोड़ 7 लाख रुपये आंकी गई है। वे पेशे से व्यवसायी और किसान हैं, जिनका राजनीतिक सफर अब छत्तीसगढ़ की राजनीति में नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।